
संसद का शीतकालीन सत्र छब्बीस नवंबर से बुलाया गया है। अर्थव्यवस्था की हालत संसद सत्र बुलाने से कहीं ज्यादा की…
संसद का शीतकालीन सत्र छब्बीस नवंबर से बुलाया गया है। अर्थव्यवस्था की हालत संसद सत्र बुलाने से कहीं ज्यादा की…
राजनीति विज्ञान का हर विद्यार्थी बिहार चुनाव के नतीजों को समझने की कोशिश करेगा। इन नतीजों में निहित सच्चाई को…
जब आठ नवंबर की सुबह इस स्तंभ को पढ़ रहे होंगे, माहौल उत्सुकता से भरा होगा। हरेक के मन में…
एनजेएसी अधिनियम, जिसे एक झटके में खारिज कर दिया गया, उसे संसद, कार्यपालिका और न्यायपालिका, तीनों को स्वीकार्य बनाने के…
आखिरकार रिजर्व बैंक ने सरकार, कारोबारी समुदाय और बहुतेरे अर्थशास्त्रियों की अपेक्षाएं पूरी करते हुए रेपो रेट में पचास आधार…
यह पहली बार नहीं है कि भाजपा/राजग सरकार ने कार्रवाई पहले की हो, और सोचने की जहमत बाद में उठाई…
जब तक इंसान का वजूद है, दुख-तकलीफ उसके साथ लगी रहेगी। गरीबी, बीमारी, आपसी झगड़ों, उत्पीड़न और युद्धों ने इंसान…
एक दूसरी रहस्य-कथा, जो हमें दिखाई जा रही है वह समान रैंक समान पेंशन (ओआरओपी) की है। वास्तव में, इसमें…
भारतीय समाज को लेकर कई मिथों में एक पुराना मिथ यह है कि हम एक सहिष्णु समाज हैं, और हमेशा…
संकट की आहट का मैंने हमेशा स्वागत किया है। लगता है कि ऐसी ही स्थिति भारत में बहस और चर्चा…