भेदभाव का पाठ नब्बे साल की बुजुर्ग महिला ने कहा- ‘मैं अगला जन्म लूंगी तो ये मोटी-मोटी बड़ी किताबें पढूंगी।’ उनके मन की… By निशा नागUpdated: February 23, 2021 05:36 IST
दुनिया मेरे आगे: कौशल की जगह कारीगरी अगर किसी भी काम में शिल्प-पटुता है तो हमारे चारों और न जाने कितने ही कारीगर मौजूद हैं। यहां… By निशा नागSeptember 22, 2020 02:29 IST
दुनिया मेरे आगे: स्त्री का हक आंकड़ों के हिसाब से देखें तो 5-9 आयु वर्ग की लड़कियां अपने बराबर के लड़कों से तीस प्रतिशत ज्यादा काम… By निशा नागMarch 8, 2019 03:15 IST
दुनिया मेरे आगे: पारदर्शिता का तकाजा हजारी प्रसाद द्विवेदी ने निबंध ‘देवदार’ में कहा है कि ‘जरूरी नहीं है, जो लगे वह हो भी। लगने और… By निशा नागMay 1, 2018 04:11 IST
दुनिया मेरे आगे- अहसास के आईने में प्रेम है तो जीवन है, अन्यथा जिंदगी नीरस और ऊबाउ है। प्रेम का धरातल बहुत विशाल है और इसकी सच्चाई… By निशा नागFebruary 14, 2017 06:07 IST
दुनिया मेरे आगेः संवेदना का हाशिया बचपन की एक धुंधली याद ताजा हो गई उस विज्ञापन को देख कर। छह सात बरस की रही होऊंगी। गरमी… By निशा नागOctober 1, 2016 02:41 IST
दुनिया मेरे आगेः कौशल की जगह कला, कौशल और शिक्षा मानव सभ्यता और सांस्कृतिक अभिरुचि के परिचायक हैं। उस दिन घर का नल टपकने लगा, तब… By निशा नागFebruary 24, 2016 02:52 IST
रोटियों का गणित रसोई में तवे पर रोटी पलटते हुए भौजी ने खाने के लिए आवाज लगाई। ऊपर टट्टर से नीचे झांकते हुए… By निशा नागDecember 17, 2015 22:50 IST
बीजेपी ने राहुल गांधी को बताया भस्मासुर, कहा- महाराष्ट्र में शरद पवार और उद्धव ठाकरे को बर्बाद कर दिया
हुमायूं कबीर ने रखी बाबरी मस्जिद की नींव, IndiGo की 800 से ज्यादा उड़ानें रद्द, पढ़िए आज की 5 बड़ी खबरें
IND vs SA T20I Series: भारत ने 2-1 से जीती एकदिवसीय शृंखला; कब से होगी टी20 इंटरनेशनल सीरीज, कितने बजे शुरू होंगे मैच?