मुंबई फिल्मजगत में आकर संघर्ष करने वालों के किस्से-कहानियां खूब सुनाए जाते रहे हैं। कैसे यह फिल्मजगत लोगों की परीक्षाएं…
मुंबई फिल्मजगत में आकर संघर्ष करने वालों के किस्से-कहानियां खूब सुनाए जाते रहे हैं। कैसे यह फिल्मजगत लोगों की परीक्षाएं…
बदन पर सिर्फ लुंगी, सोने की फ्रेम का चश्मा, माथे पर त्रिपुंड, शरीर पर चंदन के पाउडर का लेप करने…
असम की हरीतिमा लिए चाय बागानों में चहचहाते पक्षियों और चलती मंद हवा के साथ मोजार्ट की सिंफनियों की खुराक…
फिल्मी दुनिया कलाकारों और तकनीशियनों की प्रतिभा से नहीं बल्कि अपनी जरूरतों के हिसाब से चलती है। यही कारण है…
तबले के धा और सरगम के सुरीलेपन को समझने के बाद पंडित जसराज के जीवन में एक के बाद एक…
चार साल की उम्र से अभिनय में शुरुआत करने वाली श्रीदेवी ने जहां एक ओर 1983 में ‘हिम्मतवाला’ से हिंदी…
यह समय की ताकत थी जिसने दो घनिष्ठ मित्रों-एमजी रामचंद्रन और करुणानिधि-को दोस्त से दुश्मन बना दिया था। अगर करुणानिधि…
दिवंगत प्रधान मंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने मनोज कुमार से ‘जय जवान जय किसान’ नारे पर एक फिल्म बनाने के…
उत्तम कुमार निर्माता भी बने। ‘अग्निपरीक्षा’ हिंदी में ‘छोटी सी मुलाकात’ (1967) नाम से बनाई। फिल्म नहीं चली।
अंग्रेजों की सेना छोड़कर गीतकार आनंद बख्शी, संगीतकार खय्याम और मदन मोहन फिल्मों में आए और अपना अलग मकाम बनाया।…
बिमल राय ने कहा कि देखो जो रुला सकता है उसमें इतनी गहराई होती है कि वही सबसे अच्छे ढंग…
Raj Kumar death anniversary: राज कुमार कभी भी मुंबई फिल्मोद्योग में चलने वाली नंबर वन की रेस में शामिल नहीं…