‘दुनिया मेरे आगे’ कॉलम में चंद्रकांता शर्मा का लेख : यथार्थ का कैनवस भारतीय चित्रकला के प्राचीन स्वरूप में जहां सामंती चित्रों की भरमार है, वहीं अब जनवादी कला का रूप-स्वरूप दलित कला… By चंद्रकांता शर्माJune 29, 2016 00:05 IST
चंद्रकांता शर्मा का लेख : मौजूदा दौर में बाल साहित्य कहानी, उपन्यास, लेख और आलोचना साहित्य लिखने वाले लोग ही बाल साहित्य भी लिखते हैं, लेकिन वे इस बात से… By चंद्रकांता शर्माJune 5, 2016 07:29 IST
अमूर्तन की रचना कला की अभिव्यक्ति और उसे देखने की लगन मनुष्य की प्रारंभिक समझ और सोच से जुड़ी एक सहज प्रक्रिया है। By चंद्रकांता शर्माMay 11, 2016 02:00 IST
हाशिये की कला गायन-वादन में पारंगत ये कलाकार ठाढ़ी और मीरासी नामों से जाने जाते हैं। हालांकि ये मुसलिम धर्मावलंबी है, लेकिन हिंदुओं… By चंद्रकांता शर्माApril 13, 2016 01:54 IST
चैत की हवा ग्रामीण मेलों की भरमार लग जाती है। छोटे-छोटे कस्बों और नगरों में हाट बाजार लगते हैं और देहात के लोग… By चंद्रकांता शर्माUpdated: March 28, 2016 02:11 IST
दुनिया मेरे आगेः इंद्रधनुष के रंग सोता हुआ मौसम जब उनींदी पलकों से झांकता है तो उसे रंगों के इंद्रधनुष टंगे दिखाई देते हैं। दिन बदले… By चंद्रकांता शर्माMarch 4, 2016 02:51 IST
चिंता : बुनकरों की दीनदशा राजस्थान में ग्रामीण क्षेत्रों के सर्वेक्षण के बाद यह देखने में आया है कि बुनकर अपने बुनने का कार्य छोड़कर… By चंद्रकांता शर्माUpdated: February 14, 2016 02:30 IST
चिंताः कारीगरों की दुर्दशा राजस्थान में गुलाबी नगर जयपुर अपनी अनूठी वैभवशाली पारंपरिक विशेषताओं के लिए मशहूर है। यहां का हाथी दांत का शिल्प… By चंद्रकांता शर्माUpdated: January 31, 2016 01:39 IST
दोहरी जिम्मेदारी का वक्त समाज सामुदायिक भावनाओं की वह इकाई है, जिसके व्यापकता ग्रहण करने पर राष्ट्रीय स्वरूप सामने आता है। सामाजिक संदर्भों में… By चंद्रकांता शर्माDecember 21, 2015 00:02 IST
‘दीया और बाती हम’ की इस एक्ट्रेस ने ओशो आश्रम में गुजारे 6 महीने, 3 साल पहले लिया नियो संन्यास, खुद बताया इसका मतलब
अगर घर में रखी है ऐसी लक्ष्मी जी की मूर्ति, तो तुरंत हटा दें, वरना छिन जाएगा सुख-चैन, धन की देवी भी हो जाती हैं नाराज
Benefits of water chestnuts: सर्दी में सिंघाड़े को रोज़ खाने से सेहत पर कैसा होता है असर, इसे उबालकर, कच्चा या सुखाकर खाएं, जानिए