त्योहार जीवन के चमकदार रंग हैं, जो हमें खुशियों और उत्साह की ऊंचाइयों पर ले जाते हैं। ये दिन न केवल हमारी संस्कृति की विविधता का उत्सव हैं, बल्कि हर व्यक्ति के लिए एक अनमोल अनुभव भी प्रस्तुत करते हैं। हर त्योहार का अपना विशेष महत्त्व होता है, जो हमारी आत्मा को छूकर हमें जीवन के गहरे अर्थों से जोड़ता है। जैसे दीपावली प्रकाश और समृद्धि का प्रतीक है, वहीं होली रंगों की खुशी और भाईचारे का संदेश देती है। इन पर्वों के माध्यम से हम सिर्फ धार्मिक अनुष्ठान नहीं निभाते, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक रिश्तों को भी मजबूत करते हैं। त्योहार हमें यह सिखाते हैं कि विविधता में एकता है और हमें अपने समाज की विविधता को सम्मान और समझ के साथ अपनाना चाहिए। जब हम एक साथ इन उत्सवों को मनाते हैं, तो यह हमारे भीतर एक गहरा संबंध और समर्पण का अहसास पैदा करता है। इन पर्वों के माध्यम से हम मानवता की सुंदरता को महसूस करते हैं और एकता, प्रेम और सौहार्द की सच्ची भावना को समझते हैं।

कुछ असामाजिक तत्त्व नाहक बाधा बनते रहते हैं

अफसोस की बात है कि त्योहारों के मौके पर कुछ असामाजिक तत्त्वों की कुछ अवांछित गतिविधियां नाहक ही अलग-अलग वर्गों के लोगों के बीच सौहार्द को नुकसान पहुंचाने का जरिया बनते हैं। हालांकि हमारे देश के सामाजिक ढांचे की बुनियाद इतनी मजबूत है कि इस तरह की तात्कालिक नकारात्मक प्रवृत्तियों को थोड़े ही समय में दरकिनार कर दिया जाता है और लोग कुछ ही समय में फिर से आपस में सद्भाव का त्योहार मनाते हैं। इसमें विविधता का स्वीकार है।

त्योहारों की विविधता हमारे समाज की विशेषता है। हर व्यक्ति के लिए त्योहार का मतलब अलग होता है। कुछ के लिए यह खुशी का अवसर होता है, तो किसी के लिए यह एक गहन भावनात्मक अनुभव हो सकता है। यह विविधता हमें जीवन के विभिन्न पहलुओं को समझने की प्रेरणा देती है और यह सिखाती है कि हर व्यक्ति की भावनाएं और अनुभव कितने मूल्यवान हैं। त्योहारों की खुशी भले ही एक जैसी न हो, लेकिन हमारी साझा मानवता हमें एक दूसरे के अनुभवों को समझने की प्रेरणा देती है।

धार्मिक ग्रंथों में भी इसके महत्त्व को बताया गया है

धार्मिक ग्रंथों में भी त्योहारों की विविधता को बहुत सुंदर तरीके से प्रस्तुत किया गया है। वे हमें जीवन के गहरे अर्थों और संवेदनाओं को समझने में मदद करते हैं। ‘महाभारत’ में भी त्योहार की अहमियत को दर्ज किया गया है। धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष- ये जीवन के चार प्रमुख लक्ष्य हैं। त्योहार इन चार लक्ष्यों के संतुलन को बनाए रखने में सहायक होते हैं। जब हम त्योहार मनाते हैं, तो हम इन लक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए अपने जीवन को संतुलित और समृद्ध बनाने का प्रयास करते हैं। रामकथा के मुताबिक जब राम ने रावण पर विजय प्राप्त की और अयोध्या लौटे, तो पूरे नगर में दीप जलाए गए। यह घटना न केवल एक विजय यात्रा का प्रतीक थी, बल्कि यह हर व्यक्ति की खुशी और समृद्धि का भी प्रतीक थी। इस अवसर पर लोग अपने-अपने तरीके से खुशी व्यक्त करते हैं, जो दर्शाता है कि त्योहार सभी के लिए अलग-अलग मायने रखते हैं।

कुरान में भी त्योहारों का महत्त्व स्पष्ट रूप से वर्णित है। रमजान का महीना, जो कुरान के अवतरण का समय माना जाता है, मुसलमानों के लिए एक पवित्र अवसर होता है, लेकिन इसके साथ ही यह भी सत्य है कि हर व्यक्ति के लिए इस त्योहार की अनुभूति अलग होती है। बाइबल में भी त्योहारों की विविधता पर प्रकाश डाला गया है। दरअसल, त्योहार केवल व्यक्तिगत नहीं होते, बल्कि उनके प्रभाव सभी लोगों पर पड़ते हैं। फिर भी, हर व्यक्ति की भावना और अनुभव अलग-अलग हो सकते हैं।

त्योहार केवल बाहरी दिखावे की चीज नहीं हैं, बल्कि वे हमारे अंदर की भावनाओं और संवेदनाओं का भी एक महत्त्वपूर्ण हिस्सा हैं। उदाहरण के लिए, दीपावली की रात जब हम अपने घर को सजाते हैं, तो यह केवल एक बाहरी सजावट नहीं होती, बल्कि यह हमारे अंदर के प्रकाश का प्रतीक होती है। वहीं, एक गरीब परिवार के लिए, त्योहार केवल एक अवसर होता है, जिसमें वे अपनी छोटी-छोटी खुशियों का आनंद ले सकते हैं। उनके लिए त्योहार का मतलब एक विशेष प्रकार की खुशी और संतोष से जुड़ा होता है, जो उनकी दीन-दुनिया के साधारण क्षणों में छिपा होता है।
त्योहार सबके लिए एक जैसे नहीं होते, लेकिन यही उनकी खूबसूरती है।

यह विविधता हमारे समाज को समृद्ध बनाती है और हमें जीवन के विभिन्न पहलुओं को समझने की प्रेरणा देती है। धार्मिक ग्रंथों और उद्धरणों के माध्यम से हमें यह सीखने को मिलता है कि त्योहार केवल उत्सव नहीं होते, बल्कि वे हमारे जीवन के गहरे अर्थ और भावनाओं का हिस्सा होते हैं। इस विविधता को समझना और स्वीकारना हमें यह सिखाता है कि हम सब एक ही मानवता के भाग हैं और हमारे अनुभव, चाहे वे कितने भी अलग क्यों न हों, हमें एक-दूसरे के साथ जोड़ते हैं। यह हमें अपनी व्यक्तिगत खुशियों को साझा करने और एक -ूसरे के अनुभवों को समझने की प्रेरणा देता है। त्योहारों की इस विविधता में ही हमारी सांस्कृतिक समृद्धि और मानवता की सच्ची सुंदरता छिपी हुई है।