
उत्तराखंड में मौसम के बिगड़े मिजाज ने चारधाम यात्रा में भारी रुकावट डाल दी है।
केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के वक्त पहली पूजा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से की गई।
रिखणीखाल और धूमाकोट तहसील के करीब दो से तीन दर्जन गांव आदमखोर बाघों के भय और आतंक से प्रभावित हैं।
अनुसुइया देवी माता अपने नाम के अनुरूप भक्तों को ईर्ष्या और द्वेष से मुक्ति दिलाती है।
चार धाम यात्रा को लेकर उत्तराखंड सरकार विशेष सतर्कता बरत रही है।
सरकार का कहना है कि वो PCCF में अपनी ड्यूटी का निर्वहन सही तरीके से नहीं कर पा रहे थे।…
भगवान शिव के केदारनाथ और तुंगनाथ रूपों के बाद रुद्रनाथ महादेव पंच केदार का तीसरा मंदिर है।
उत्तराखंड में मुसलिम फंड के नाम पर आम लोगों से ठगी का धंधा तो चल ही रहा है साथ ही…
Joshimath: आशीष डिमरी नाम के एक निवासी का कहना है कि घर की दीवारों और अन्य जगहों पर बड़ी-बड़ी दरारें…
उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में बीते सात सालों में एक सौ तीस से ज्यादा बार छोटे भूकंप आए हैं।
Joshimath land subsidence: राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण का कहना है कि पिछले तीन दिन में यहां इमारतों में आईं हुई…
Uttarakhand Board Exam: प्रदेश के शिक्षा मंत्री धनसिंह रावत ने कहा कि जोशीमठ भूधंसाव से प्रभावित छात्रों की परेशानी के…