
1948 में वे लोकनायक जयप्रकाश नारायण, राममनोहर लोहिया और अच्युत पटवर्द्धन के साथ सोशलिस्ट पार्टी से जुड़ गईं।
आमतौर पर मानसून के दौरान फंगस पैदा करने वले जीवाणु कई गुना तेजी से फैलते हैं। शरीर के नजरअंदाज जाने…
गर्म और उमस वाले मौसम में घमौरियां सबसे ज्यादा होती हैं। कई बार शिशु की मालिश के लिए इस्तेमाल किया…
बिहारी के दोहे की तरह शरद जोशी अपने व्यंग्य का विस्तार पाठक पर छोड़ देते हैं। एक बार शरद जोशी…
अंग्रेजी की एक कहावत है, ‘फर्स्ट डिजर्ब देन डिजायर’ यानी जो तुम्हें चाहिए उसके लिए पहले योग्यता हासिल करो, फिर…
धूप से एकदम छाए में पहुंचने पर आंखों से पानी गिरना शुरू हो जाता है। इससे आंखों में सूखापन आता…
मन के विकार सुख देते हैं। इसलिए की सुख अपने आप में मन का एक विकार है। मन अपने विकार…
वे कहते हैं कि अगर गांधीजी हिंदू न होते, या भारतीय न होते तो उनकी चिंता और और कर्म पद्धति…
अंगुलीमाल को तो अपने किए का ज्ञान प्राप्त हो गया था, बहुतों को सालों जेलों में सड़ने, असाध्य बीमारियों से…
इसी उधेड़बुन में पड़ा वह घर पहुंच गया। ‘पापा, मिठाई हमें दीजिए।’ एक साथ बच्चों के स्वर ने उसे याद…
रंगकर्मी सत्यदेव दुबे को 1971 में संगीत नाटक अकादेमी पुरस्कार, 1978 में फिल्म ‘भूमिका’ के सर्वश्रेष्ठ पटकथा लेखन के लिए…
आमतौर पर सुख और दुख को दो अलग चीजें, दोनों को एक-दूसरे का विलोम मान लिया जाता है। मगर हकीकत…