जीवन में जो कुछ ऊबड़-खाबड़, असुंदर है, अन्यायसंगत है, साहित्य का धर्म उसकी आलोचना है। और आलोचना का धर्म यह…
राहुल ने अपनी व्यंग्यात्मक शैली के जरिए सत्तापक्ष पर कई बार चुटकियां कसीं। काले धन को गोरा करने की सरकार…
प्रधानमंत्री को पिछले सप्ताह लोकसभा में बोलते हुए सुन कर अच्छा लगा। इसलिए कि पिछले दिनों वे कुछ ज्यादा ही…
किसान खुशी मना सकते हैं। सरकार ने आखिरकार माना कि किसान भारत के अंग हैं, कि कृषिक्षेत्र गहरे संकट में…