
पत्थरों को तराश कर देवी-देवताओं की मूर्तियां तो गढ़ी थीं, मगर आज जिस तरह घर-घर में देवी-देवताओं की तस्वीरें टंगी…
जब वे लगभग बीस वर्ष के थे, तब उन्होंने शायरी करनी शुरू कर दी थी। उसी समय उन्हें अपने पड़ोस…
भारत में अशिक्षा, स्त्री शिक्षा, जाति-पांति, छुआछूत आदि समस्याओं के विरुद्ध जिन लोगों ने संघर्ष किया और समाज में समरसता…
राष्ट्रीयता उनके काव्य का कलेवर है तथा रहस्यात्मक प्रेम उसकी आत्मा। प्रारंभ में माखनलाल जी की रचनाएं भक्ति और आस्था…
वीणा मजूमदार महिला विकास अध्ययन संस्थान, नई दिल्ली की सह संस्थापक थीं और यहां उन्होंने 1980 से 1991 तक संस्थापक…
राय जब 1930 में भारत लौटे तो वे नई वैचारिक समझ से लैस थे। उन्होंने भारत की स्थिति का गहराई…
दिलचस्प है कि 69 साल की अपनी जिंदगी में वे 80 बार जेल गए। समय का हिसाब लगाएं तो उनकी…
1950-1975 के हिंद फिल्मों का पूरा दौर साहिर के नाम है। ‘प्यासा’, ‘फिर सुबह होगी’, ‘कागज के फूल’, ‘चौदहवीं का…
फिल्मों के लिए गीत लिखने के बावजूद उनकी रचनाओं की साहित्यिक गरिमा कायम रही। ‘भाभी की चूड़ियां’ फिल्म का गीत…
आंबेडकर की एक किताब है- ‘थाट्स आन पाकिस्तान’। इस किताब को रमाबाई को समर्पित करते हुए बाबा साहेब ने लिखा…
अपनी शहादत के पहले अपने साथियों से मेजर सोमनाथ ने कहा था कि दुश्मन हमसे महज 50 मीटर की दूरी…
आजाद हिंद फौज के मेजर जनरल शाहनवाज खान महान देशभक्त, बहादुर सैनिक और सुभाषचंद्र बोस के बेहद करीबियों में थे।…