
उनका पूरा नाम कार्यमाणिवकम श्रीनिवास कृष्णन था। उनका जन्म तमिलनाडु में तिरुनलवेल्ली जिले के वातरप नामक गांव में हुआ था।…
वे विलक्षण भौतिक शास्त्री थे। प्रकाश के प्रकीर्णन पर उत्कृष्ट कार्य के लिए उन्हें भौतिकी के प्रतिष्ठित नोबेल पुरस्कार से…
वे सुभाष चंद्र बोस की आजाद हिंद फौज में अधिकारी थीं। फिर आजाद हिंद सरकार में महिला मामलों की मंत्री…
आरके नारायण की रचनात्मकता के तीन स्तर हैं। उनकी रचनात्मक श्रेष्ठता का ‘स्वर्णयुग’ भारतीय स्वतंत्रता के बाद आया। 1952 से…
वे बंगाल के पुनर्जागरण आंदोलन के अग्रणी नेताओं में थे। उनके बचपन का नाम ईश्वर चंद्र बंद्योपाध्याय था। संस्कृत भाषा…
पंजाब के दर्दनाक जलियांवाला बाग कांड पर आधारित उनका कार्टून ‘पीस रिस्टोर्ड इन पंजाब’ (पंजाब में अमन की वापसी) से…
गुप्त जी के पद्य में नाटकीयता तथा कौशल का अभाव होने पर भी संतों जैसी निश्छलता और संकुलता का अप्रयोग…
ध्यानचंद की तुलना फुटबाल में पेले और क्रिकेट में ब्रैडमैन से की जाती है। गेंद इस कदर उनकी स्टिक से…
1948 में नारायण श्रीधर बेंद्रे ने न्यूयार्क की विंडर मेयर गैलरी में अपने चित्रों की प्रदर्शनी लगाई थी। वहां से…
भारत के स्वतंत्र होते ही श्री अरविंद ने भविष्यवाणी की थी कि भारत एक बार फिर एशिया का नेता होकर…
उन्होंने ‘बंगाल स्कूल आफ आर्ट’ की स्थापना में अति प्रभावशाली भूमिका निभाई, जिससे आधुनिक भारतीय चित्रकारी का विकास हुआ। उनकी…
उन्हें 1956 में पद्म श्री, 1966 में पद्म भूषण और 1976 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। इसके अलावा…