security forces in kashmir, security forces, kashmir
संपादकीय: जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों की चौकसी के बाद भी मारे जा चुके हैं सैकड़ों लोग, आतंकी घटनाओं में नहीं आ रही कमी

अब उन इलाकों में भी दहशतगर्दों की मौजूदगी दर्ज होने लगी है, जहां पहले प्राय: शांति हुआ करती थी। सरकार…

people stampede,
संपादकीय: बड़े हादसे होने पर भी सरकार और आयोजक नहीं ले रहे सबक, धार्मिक जमावड़े में मची भगदड़

रविवार की रात बिहार के जहानाबाद जिले में सिद्धेश्वरनाथ शिव मंदिर में अचानक भगदड़ मच गई और उसमें दब कर…

shambhu border
संपादकीय: शंभू बॉर्डर खोलने को लेकर सुप्रीम कोर्ट सख्त, पंजाब-हरियाणा सरकार को एक सप्ताह का अल्टीमेटम

फरवरी से ही किसान शंभू सीमा पर अपनी ट्रैक्टर ट्रालियों में बसेरा बना कर डेरा डाले हुए हैं। इससे वहां…

manipur violence
संपादकीय: मणिपुर का दर्द, अब तक 200 से ज्यादा लोग मारे गए हैं, 60 हजार से अधिक विस्थापित, दहशत से क्या हुआ हासिल

ऐसा कतई नहीं माना जा सकता कि अगर केंद्र और राज्य सरकारें संजीदा होतीं, तो मणिपुर की हिंसा अब तक…

aris Olympics 2024, Paris Olympics, PM Modi Congratulates Neeraj Chopra
संपादकीय: ओलंपिक में आगे की सुध, कुछ बेहतर किया, बहुत कुछ करना है; खिलाड़ियों को और ज्यादा तराशने की जरूरत

ओलंपिक 2024 में शामिल एक सौ चौदह देशों को कोई पदक नहीं मिल सका। पदक तालिका में भारत को इकहत्तरवां…

lady doctor rape case, IMA, The Indian Medical Association, postgraduate trainee doctor,
संपादकीय: अस्पतालों में महिला सुरक्षा पर सवाल, लचर व्यवस्था और लगातार लापरवाही पड़ रही है भारी

अगर कानून-व्यवस्था का खौफ होता और अस्पताल प्रशासन मुस्तैद रहता, वहां सुरक्षा इंतजाम पुख्ता होते, तो ऐसी वारदात होने ही…

Jansatta Epaper, Jansatta Editorial
संपादकीय: बचत की बुनियाद, कर्जमाफी से बढ़ती है बैंकों की मुश्किलें, बिगड़ता है जमा-खर्च का बैलेंस

बैंकों में लोगों द्वारा जमा बचत से राष्ट्रीय बचत बनती है। जिस देश के पास राष्ट्रीय बचत जितनी अधिक होती…

Rajpaat,
राजपाट: राजनेताओं का खबरों में रहना और आगे बढ़ने का मापदंड, बयानबाजी भी दिलाती है सुर्खियां

राजनेताओं का खबरों में छाए रहना भी जरूरी होता है। आगे बढ़ने के लिए यह भी एक मापदंड है। यही…

Dunia mere aage, Emotions
दुनिया मेरे आगे: स्मृतियों का घेरा, अतीत की यादें और हमारा मन, अन्याय का विरोध और समानता की लड़ाई

समानता और मानवाधिकारों का हनन किसी भी कारण से न्यायोचित नहीं ठहराया जा सकता। अतीतजीविता बहुतायत में उन्हें पसंद होती…

Blog: बुजुर्ग पीढ़ी की बुनियादी समस्याएं, असहज, उपेक्षित और असहाय लोगों के प्रति समाज की जिम्मेदारी

देश के वरिष्ठ नागरिकों को विभिन्न समस्याओं और चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। बहुत से वरिष्ठ नागरिक गंभीर…

Manish Sisodia bail, Sisodia bail, SC Manish Sisodia bail
संपादकीय: सलाखों पर सवाल, सिसोदिया के सत्रह महीनों का हिसाब कौन देगा, कोर्ट ने माना है- जमानत नियम है और जेल अपवाद

सिसोदिया अकेले ऐसे नेता नहीं हैं, जिन्हें इस तरह सीखचों के पीछे लंबा वक्त गुजारना पड़ा। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत…

'The Lancet Global Health' Journal, disease of laziness
संपादकीय: तकनीक का संजाल, स्मार्टफोन और कंप्यूटरों पर बढ़ती निर्भरता, UNESCO ने कहा- प्रदर्शन पर पड़ रहा असर

शहरों-महानगरों में ऐसे तमाम बच्चे हैं, जिनकी सुबह मोबाइल के स्क्रीन के साथ होती है

अपडेट