जनसत्ता ब्लॉग, Jansatta Blog
Ravivari Blog: वैश्वीकरण के दौर में मीडिया की भूमिका और बहुराष्ट्रवाद, भाषा-बाजार में नई चुनौतियां

अब हम मीडिया की भाषा में, बाजार की वजह से, पहली दफा ठोस और व्यावहारिक होती वैश्विकता को देख रहे…

Growing| economy| India
पी. चिदंबरम का कॉलम दूसरी नजर: अमृतकाल की शेखी बघारते हैं, लेकिन 8-9 फीसद विकास दर की वृद्धि की बात को भूल गये नीति निर्माता

हमें अपने लक्ष्यों को फिर से निर्धारित करना चाहिए। हमें तेजी से 8-9 की वृद्धि हासिल करने का लक्ष्य रखना…

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विकास के बजाय

मानव द्वारा किए गए प्राकृतिक संसाधनों के दोहन के कारण ही वैश्विक जलवायु में अभूतपूर्व परिवर्तन हुआ है, जिसके कारण…

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