किसान आंदोलन की खबरें

KISAN ANDOLAN

MSP की मांग, कर्जमाफी की चाहत… किसान सही या गलत? सीधे सवाल का सीधा जवाब

इस सवाल का सीधा जवाब मिलना मुश्किल, पक्ष-विपक्ष में कई तरह के तर्क हैं. लेकिन फिर भी अगर सही तरह…

Delhi Farmer Protest, Modi Government

पिछली बार से कितना अलग है किसानों का आंदोलन, आखिर क्यों और किन मांगों के साथ दिल्ली आ रहे अन्नदाता?

पंजाब हरियाणा के किसान एक बार फिर मोदी सरकार के खिलाफ अपनी मांगों को लेकर दिल्ली कूच कर रहे हैं…

किसान आंदोलन के वीडियो

किसान आंदोलन विशेष

SSM,Punjab Election
Punjab Polls 2022: किसान आंदोलन से निकली SSM का चुनावी कैंपेन बेधार, लोग कैंडिडेट्स के नाम तक से अनजान

पंजाब चुनाव में बठिंडा में अपने निर्वाचन क्षेत्र को लेकर कांग्रेस के मनप्रीत बादल का कहना है कि वह अपने…

PM Modi, Rakesh Tikait, up election
तानाशाह कुछ भी करा सकते हैं देश में- योगी के ‘गर्मी और शिमला’ वाले बयान पर राकेश टिकैत ने ऐसे कसा तंज

योगी आदित्यनाथ के ‘गर्मी और शिमला’ वाले बयान पर राकेश टिकैत ने कहा कि मतदाताओं को यह तय करना होगा…

narendra-singh-tomar
चुनाव खत्‍म होने के बाद MSP पर कमेटी का गठन होगा, राज्‍यसभा में बोले कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर

किसान संगठन लगातार आरोप लगाते रहे हैं कि आंदोलन के स्थगित होने के बाद भी केंद्र सरकार ने एमएसपी सहित…

Rakesh Tikait Photo, Rakesh Tikait Akhilesh
राकेश टिकैत से झड़प पर बोले एंकर- बदतमीज़ी का जवाब ठोक के मिलेगा, किसान नेता के सलाहकार बोले- आगे से और करारा जवाब देंगे

राकेश टिकैत के साथ झड़प के बाद सौरभ शर्मा ने ट्विटर पर लिखा कि तमीज़ से बात करेंगे इज़्ज़त मुफ्त…

UP Election 2022, Muzaffarnagar
मुजफ्फरनगर के बुधाना से भाजपा प्रत्याशी पर भड़के ग्रामीण और किसान, कृषि कानूनों को सरकार ने भले वापस ले लिया, लेकिन गुस्सा अब भी बरकरार

विधायक चुनाव से जुड़े किसी काम से अपने समर्थकों के साथ रसूलपुर जतन गांव पहुंचे थे। इस दौरान गली में…

Anil Ghanwat
कृषि कानूनः यूपी चुनाव से पहले सार्वजनिक नहीं होगी रिपोर्ट- सुप्रीम कोर्ट की तरफ से नियुक्त पैनल के सदस्य का दावा

जनवरी 2021 में सुप्रीम कोर्ट ने 2020 में संसद द्वारा पारित विवादास्पद कृषि कानूनों (Farm Laws) को चुनौती देने वाली…

surendra rajpoot congress
वो आंखें छीनकर चश्मे दान करती है, बीजेपी ने किसानों के हित में उठाए कदमों का जिक्र किया तो कांग्रेस ने ऐसे कसा तंज

एक टीवी डिबेट में किसानों के मुद्दे पर कांग्रेस प्रवक्ता और बीजेपी नेता सुधांशु त्रिवेदी के बीच जमकर तकरार देखने…

Rakesh Tikait BKU| Tikait UP election| Tikait Latetst Photo|
तीखा सवाल पूछा तो मीडिया को घेरने आ गए- राकेश टिकैत से मंच पर भिड़ गईं एंकर; देखें आगे क्या हुआ

राकेश टिकैत से चुनाव लड़ने को लेकर एंकर ने सवाल पूछा तो जवाब में किसान नेता ने तंज कसते हुए…

बीजेपी नेता ने वीड‍ियो शेयर कर लगाया आरोप- नरेंद्र मोदी को घेर कर मारना चाहते थे खाल‍िस्‍तान‍ियों से प्रेर‍ित नकली क‍िसान, लोगों ने क‍िए ऐसे कमेंट्स

भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने हाल ही में एक एनिमेटेड वीडियो ट्विटर पर शेयर किया, जिसमें लोग पीएम मोदी को…

Ashish-Mishra
लखीमपुर मामले में मोदी के मंत्री की बढ़ी मुश्किलें, SIT ने दाखिल की 5 हजार पेज की चार्जशीट, आशीष मुख्य आरोपी

एसआईटी ने स्थानीय अदालत में रिपोर्ट दायर की थी जिसमें कहा गया था कि लखीमपुर खीरी में तीन अक्टूबर को…

Farmers Protest FAQ: किसान आंदोलन से जुड़े जरूरी सवालों के जवाब

साल 2021 में दिल्ली की सीमाओं पर किसानों द्वारा किए गए प्रदर्शन के बाद फरवरी 2023 में किसानों ने एक बार फिर से अपनी मांगों को लेकर पंजाब से दिल्ली की तरफ कूच की।13 फरवरी को पंजाब के कई किसान संगठनों से जुड़े किसान पंजाब से दिल्ली की तरफ रवाना हुए लेकिन हरियाणा सरकार ने उन्हें शंभू बॉर्डर (पंजाब – हरियाणा) राज्य की सीमा पर रोक दिया। शंभू बॉर्डर पर जमकर बवाल हुआ। आंदोलनकारी किसानों को रोकने के लिए हरियाणा पुलिस ने ड्रोन से आंसू गैस के गोले लगाए। किसानों के इस आंदोलन को देश के विभिन्न किसान संगठन समर्थन दे रहे हैं। कांग्रेस पार्टी ने भी किसानों के इस आंदोलन का समर्थन किया है।

किसान आंदोलन 2.0 में पंजाब और हरियाणा के किसान संगठनों के अलावा यूपी, राजस्थान, एमपी सहित देशभर के तमाम किसान संगठन शामिल हैं। तमिलनाडु के किसानों ने भी पंजाब और हरियाणा के अपने साथियों के समर्थन में अपने राज्य में प्रदर्शन किया। साल 2020-21 दिल्ली की सीमाओं पर हुए किसान आंदोलन का नेतृत्व संयुक्त किसान मोर्चा ने किया था, इसमें देशभर के किसान संगठन शामिल थे। इस बार किसान आंदोलन का नेतृत्व किसान मजदूर मोर्चा (KMM) और किसान मजदूर संघर्ष समिति (KMSC) के समन्वयक सरवन सिंह पंधेर और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) कर रहे हैं।

प्रदर्शनकारी किसान संगठनों की सबसे अहम मांग MSP है। किसान अपनी फसलों के लिए MSP की कानून गारंटी डिमांड कर रहे हैं। किसान चाहते हैं कि स्वामीनाथन आयोग की सभी सिफारिशों को लागू किया जाए और किसानों का कृषि ऋण माफ किया जाए। इसके अलावा किसान संगठन लखीमपुर खीरी में मारे गए लोगों के लिए न्याय मांग रहे हैं।

केंद्र सरकार फसलों की एक न्यूनतम कीमत तय करती है, उसे ही MSP (Minimum Support Prices) यानी न्यूनतम समर्थन मूल्य कहा जाता है। इसकी शुरुआत 60 के दशक में हुई थी। अभी सरकार 22 फसलों पर एमएसपी देती है। किसान चाहते हैं कि सरकार सभी फसलों पर MSP दे। किसान चाहते हैं सरकार खेती की पूरी लागत पर बेस्ड C2+50% फॉर्मूले के आधार पर MSP को उनका कानूनी हक बना दे।

सरकार अगर चाहे तो वह किसानों की यह डिमांड मान सकती है लेकिन ऐसा कनानू बना देने से निश्चित ही उसपर बोझ बढ़ेगा। कानून बनाने के बाद उसके कार्यान्वयन के लिए कई तरह की तैयारी करनी होगी, जैसे सरकार को फूड सब्सिडी का बजट बढ़ना होगा, जिस पर पहले से ही बजट का एक बड़ा हिस्सा खर्च हो रहा है। इसके अलावा एक निश्चित बुनियादी ढांचे का निर्माण करना होगा, ताकि बड़ी मात्रा में अनाज का भंडारन हो सके।

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