
जब हम गति में होते हैं तो दुनिया अपने ही निराले अंदाज में सामने आती रहती है। हम कुछ करें…
बदलते दौर में मन की कमियों से जीतने के लिए इंसान अप्राकृतिक सुखों का भ्रमवश सहारा तलाशता है। प्रकृति की…
बहुतायत के युग का जीवन पर प्रभाव’ के विषय में अध्ययन करने वाले समाज वैज्ञानिक कहते हैं कि सुख और…
गर्मी की छुट्टियां जब खत्म होंगी, तब बच्चे अपनी नानी के घर और वहां के बाग-बगीचों से आम के खट्टे-मीठे…
मनुष्य में संवेदना और दूसरों के प्रति करुणा जगाने का काम करती है शिक्षा। अगर प्रेम, मनुष्यता और संवेदना नहीं…
एक स्वस्थ समाज के निर्माण के लिए आत्मीयता से भरे रिश्तों की बड़ी जरूरत है। ऐसी आत्मीयता, जो लेनदेन के…
हमारा देश खेती प्रधान है। दो तिहाई जनता आज भी गांवों में छत तलाशती है, आधी आबादी खेती में लगी…
मानव सेवा से जो सुख मिलता है, वह गहरा और सच्चा होता है, जिससे हमें मानसिक शांति भी मिलती है।
आज सबसे बड़ी समस्या है कि हम सह अस्तित्व की बात तो करते हैं, लेकिन उस पर अमल नहीं करते।
शिक्षा के आर्थिक संबंधों के बिना शिक्षण संस्थाओं के बाजारीकरण की प्रक्रिया को समझ पाना मुश्किल है।
खुशियां चंदन की तरह दूसरों के माथे पर सजाई जाएं तो अपनी अंगुलियां महक उठेंगी।