Books vs digital, reading habits
पुस्तक संस्कृति: किताबों की खुशबू बनाम स्क्रीन की चमक – पढ़ने की बदलती दुनिया और संतुलन का पाठ

तेज़ी से डिजिटल होती दुनिया में किताबों की खुशबू अब यादों में सिमटती जा रही है। मो. अजहर आलम अंसारी…

Blog: क्या डिजिटल इंडिया सचमुच सबके लिए है? हाशिये पर खड़े लोग क्या ई-गवर्नेंस में अब होंगे शामिल?

सर्वोच्च न्यायालय ने माना कि ई-गवर्नेंस और योजनाओं तक समावेशी डिजिटल पहुंच हर नागरिक का अधिकार है। दिव्यांगों व हाशिये…

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