akshaya tritiya kyu manayi jati hai, akshaya tritiya 2025 kya kare, akshaya tritiya kab hai, अक्षय तृतीया।
Akshaya Tritiya 2025: बिना मुहूर्त निकलवाए कोई भी शुभ कार्य करने का दिन है अक्षय तृतीया, जानिए शास्त्रों में क्यों कही जाती है अमोघ तिथि?

Akshaya Tritiya 2025 Kab Hai: भविष्यपुराण के अनुसार, अक्षय तृतीया को युगादि तिथि माना गया है, यानी इसी तिथि से…

जनसत्ता- दुनिया मेरे आगे
दुनिया मेरे आगे: प्रार्थनाओं का बदलता स्वरूप, जब अहंकार और स्वार्थ से हार गई विनम्रता

अगर हमारी प्रार्थनाएं करुणा, भाईचारा, प्रेम, सहिष्णुता उत्पन्न करने में विफल हो रही हैं, तो हमें समझ लेना चाहिए कि…

जनसत्ता- दुनिया मेरे आगे
दुनिया मेरे आगे: जब नमन भी चुप हो जाए और बंदगी सवाल बन जाए तो समझो आत्मा मांग रही है इंसाफ

जीवन का अर्थ क्या है। न्याय, सत्य और आस्था का हमारे जीवन में क्या महत्त्व है? जब हम अन्याय और…

जनसत्ता ब्लॉग, Jansatta Blog
Blog: योग की भूमिका और भक्ति का सवाल, भारतीय समाज में संस्कृति और स्वतंत्रता की तलाश

लोकचित्त को समझने और उसमें प्रवेश करने के लिए योग की भूमिका गहरे सूत्रों-संकेतों और संभावनाओं से युक्त है। पर…

भगवान राम, भक्ति, local government faith, seating dedicated to deity
Administration and Devotion: प्रधान और ब्लॉक प्रमुख ने भगवान राम के लिए खाली छोड़ दीं कुर्सियां, हो रही है चर्चा

दोनों महिला नेताओं का कहना है कि उनके लिए भगवान राम केवल पूजा का विषय नहीं बल्कि एक आदर्श प्रशासक…

Vichar Bodh
दुनिया मेरे आगे: बदल रहे निष्ठा के मायने, सामाजिक संबंधों के भरोसे पर संकट

जहां लोकहित में कर्तव्य पालन की अपेक्षा की जाती है, जिस बात की संविधान और नियमों के तहत शपथ ली…

अपडेट