
संयुक्त राष्ट्र बाल कोष यानी यूनिसेफ के अनुसार इस समय दुनिया में सबसे ज्यादा तापमान दक्षिण एशिया में रहता है।
वैश्विक दक्षिण के देश ही आने वाले वक्त में वैश्विक अर्थव्यवस्था की नई तस्वीर खींचेंगे।
जलवायु परिवर्तन खाद्य पदार्थों की पैदावार को कमजोर कर देगा तो स्थिति का बिगड़ना स्वाभाविक है।
जलवायु परिवर्तन की वजह से पक्षियों के घोंसले बनाने और प्रवासन करने जैसी वार्षिक घटनाओं का चक्र गड़बड़ा गया है,…
अल-नीनो स्थिति पूर्वी उष्णकटिबंधीय प्रशांत महासागर में पानी के असामान्य रूप से गर्म होने की अवधि से संबंधित है और…
देश में जलवायु परिवर्तन का असर दिखाई दे रहा है, लेकिन इस साल जून, जुलाई और अगस्त में मानसून के…
बढ़ते तापमान की समस्या के समाधान के तौर पर ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन को कम करने पर जोर दिया जाता…
आज बढ़ते वैश्विक तापमान या ग्लोबल वार्मिंग का दंश संपूर्ण पृथ्वी महसूस कर रही है।
जलवायु परिवर्तन के कारण मानसून के तौर-तरीके में बदलाव आया है।
भारत, चीन, अमेरिका, ब्रिटेन से लेकर स्पेन तक में भारी बारिश के कारण बाढ़ से हाल बेहाल है।
Weather Updates: मौसम ब्यूरो के महानिदेशक एम महापात्र ने कहा कि भारी बारिश पश्चिमी विक्षोभ और मानसून के बीच संपर्क…
खाद्य संकट से निपटने के लिए व्यवस्थित और दीर्घकालिक दृष्टिकोण विकसित करने की जरूरत है।