इलाज पर नजर

जहां सरकारी अस्पतालों में अव्यवस्था और अनुशासनहीनता आम बात है, वहीं निजी अस्पतालों की बाबत अनावश्यक जांच के लिए कहने…

जाति की जंजीर

धर्मांतरण पर मचे बवाल के संदर्भ में मेरा सवाल है कि जब हम धर्म-परिवर्तन कर सकते हैं तो जाति-परिवर्तन क्यों…

कमाई की सड़क

राजमार्गों के विकास सहित एक्सप्रेस-वे जैसी चौड़ी सड़कों का मकसद वाहनों की निर्बाध आवाजाही सुनिश्चित करना था। लेकिन निजी-सार्वजनिक भागीदारी…

न्याय की गति

अभिनव पांडेय कहा जाता है कि देरी से मिला न्याय, अन्याय के ही समतुल्य होता है। भारतीय न्याय प्रणाली में…

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