भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने गुरुवार को कहा कि अगर उनकी पार्टी उत्तर प्रदेश में सत्ता में आती है तो पूरे राज्ये में कत्लखाने बंद कर दिए जाएंगे। यूपी में चुनाव प्रचार करते हुए शाह ने कहा कि कांग्रेस, सपा और बसपा के राज में गाय, भैंस और बैल कत्ल किए जाते हैं, लेकिन उनकी पार्टी इनके कत्ल पर रोक लगा देगी। उन्होंने कहा, ‘कत्लखाने बंद करेंगे। कांग्रेस, सपा, बसपा के राज में गाय, भैंस और बैल के खून की नदियां बही, हम दूध-घी की नदी बहाएंगे।’ शाह ने बुधवार को गोरखपुर के चौरी चौरा में प्रचार करते हुए कहा था कि ‘यूपी का तब तक विकास नहीं होगा, जब तक आप कसाब से मुक्ति नहीं पाएंगे।’
चुनावी रैली को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा था, ‘ये उत्तर प्रदेश की जनता इस बार के चुनाव में इस कसाब से मुक्ति पा ले। मैं फिर से बोलता हूं, उत्तर प्रदेश की जनता इस बार के चुनाव में इस कसाब से मुक्ति पा ले। कसाब से मेरा मतलब कुछ और मत निकालिएगा। कसाब से मेरा मतलब है, का से कांग्रेस, सा से समाजवादी पार्टी और बा से …(बसपा)’ अमित शाह के इस बयान पर कांग्रेस ने निशाना साधा था। कांग्रेस नेता अभिषेक सिंघवी ने कहा था, ‘ यह भाजपा की घिनौनी सोच है। यह पार्टी की सांप्रदायिक सोच को जाहिर करता है।’
बुधवार को जब शाह से पूछा गया कि भाजपा ने एक भी मुस्लिम उम्मीदवारों को चुनाव में क्यों नहीं उतारा तो उन्होंने कहा कि हम चुनाव में किसी भी उम्मीदवार को टिकट देते वक्त यह देखते हैं कि वह चुनाव जीत पाएगा या नहीं, हम यह नहीं देखते कि वह हिंदू है या मुस्लिम।
यहां सुनें अमित शाह का ‘कसाब’ वाला बयान-
#WATCH: BJP President Amit Shah in Chauri Chaura asks people of Uttar Pradesh to get rid of 'KASAB' and what he means by it. pic.twitter.com/BZz3tYFGp5
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) February 22, 2017
शाह से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी समाजवादी पार्टी पर धर्म के नाम पर भेदभाव करने का आरोप लगाया था। पीएम मोदी ने कहा था कि अगर गांव में कब्रिस्तान बनता है तो श्मशान भी बनना चाहिए। अगर रमजान में लाइट आती है तो दिवाली पर भी लाइट आनी चाहिए। साथ ही कहा था कि अगर होली पर लाइट आती है तो रमजान में भी लाइट आनी चाहिए।

