बिहार के पटना-आरा-सासाराम फोरलेन ग्रीनफील्ड एनएच-119ए के विस्तार को केंद्र से हरी झंडी मिल गई है। अब इस फोरलेन एनएच को वाराणसी-कोलकाता एक्सप्रेस वे से जोड़ा जाएगा। इसके लिए बिहार सरकार के निवेदन पर नेशनल हाईवे (एनएचएआइ डीपीआर) ने बनवाने की तैयारी शुरू कर दी है। इस फोरलेन हाईवे को लेकर टेंडर जारी कर दिया गया है। जिसके लिए चयन प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जानकारी के अनुसार जिस कंपनी को इसका टेंडर मिलेगा उसको इसका कार्य ढाई साल में पूरा करना होगा साथ ही अगले 15 साल तक उसकी देखभाल भी करनी होगी।
हाल ही में केंद्र सरकार की तरफ से इस फोरलेन हाईवे को मंजूरी मिली है। ऐसे में मई-जून 2028 तक इसका कार्य पूरा होने का अनुमान है। वहीं इस सड़क के बन जाने से पटना- आरा और सासाराम जिले के लोगों को सीधा लाभ मिलेगा। जहां पटना से लखनऊ-दिल्ली आने जाने की अच्छी सुविधा मिलेगी। साथ ही इसी परियोजना के तहत आरा शहर में एक रिंग रोड भी बनेगा। इस रिंग रोड के बन जाने से आरा शहर में ट्रैफिक समस्या और बेहतर हो जाएगी।
दो शिफ्ट में बनेगा फोरलेन
पटना से आरा और सासाराम तक बनने वाले इस फोरलेन को दो शिफ्ट में बनाया जाएगा। इसके पहले शिफ्ट में सोन नदी पर बिंदौल और कोशीहान के बीच एक पुल बनाया जाएगा। पहले चरण में बनने वाला फोरलेन 46 किमी लंबा होगा। इसके लिए करीब 1796 करोड़ रुपये की लागत आने वाली है। जबकि दूसरे चरण में आरा से सासाराम के बीच करीब 74 किमी लंबाई वाला फोरलेन बनाया जाएगा। इसकी लागत करीब 2101 करोड़ आने का अनुमान है।
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120 किमी लंबा फोरलेन को पटना से गोनवां, पड़री, रामतारी, कायमनगर, बामपाली, असनी,गड़हनी, उदवंतनगर, तरारी से होते हुए रोहतास जिले के गंगौली, अकोढ़ी गोला और सुअरा होते हुए ये सासाराम जाएगी। इस फोरलेन के बन जाने से पटना से यूपी आना भी काफी आसान हो जाएगा। यूपी के वाराणसी से कनेक्टिविटी ठीक हो जाएगी।