IRCTC Tejas Express Refund Policy, Status, Rules: आईआरसीटीसी द्वारा संचालित तेजस एक्सप्रेस के लेट होने पर मुसाफिरों को मुआवजा दिया जाता है। हालांकि, सर्दी के मौसम में फॉग की वजह से ट्रेन लेट होने पर यात्रियों को इस सहूलियत का फायदा नहीं मिलेगा। सूत्रों के मुताबिक, फॉग को एक्ट ऑफ गॉड माना जाएगा। हालांकि, इस पर फाइनल डिसीजन लेना अभी बाकी है।

IRCTC कर रहा प्लानिंग: आईआरसीटीसी के मैनेजिंग डायरेक्टर एमपी मॉल ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, ‘‘कोहरे के कारण ट्रेन लेट होने को एक्ट ऑफ गॉड कहा जाना चाहिए। बीमा सिस्टम में भी इसका जिक्र किया गया है। हम इस पर विचार करेंगे। हम मुआवजे की अवधिक 2-3 घंटे तक बढ़ा सकते हैं। इस मुद्दे पर विचार करने की जरूरत है।’’

Hindi News Today, 31 October 2019 LIVE Updates: देश-दुनिया की हर खबर पढ़ने के लिए यहां करें क्लिक

अहमदाबाद-मुंबई के बीच भी चलेगी तेजस: लखनऊ-दिल्ली के बीच चलने वाली तेजस एक्सप्रेस देश की पहली ऐसी ट्रेन है, जिसका मैनेजमेंट पूरी तरह एक कॉर्पोरेट कंपनी करती है। भारतीय रेलवे की जोनल यूनिट से इसका कोई लेना-देना नहीं है। बता दें कि आईआरसीटीसी जल्द ही अहमदाबाद से मुंबई के बीच तेजस सर्विस शुरू करेगा, जिसमें यह सभी सुविधाएं बरकरार रहेंगी।

1.62 लाख का मुआवजा दे चुका IRCTC: बता दें कि लखनऊ-दिल्ली के बीच चलने वाली तेजस एक्सप्रेस 19 अक्टूबर को करीब 3 घंटे लेट हो गई थी। ऐसे में आईआरसीटीसी ने मुसाफिरों को 1.62 लाख रुपए मुआवजे के रूप में दिए थे। उस दिन दिल्ली से लखनऊ जाने वाली ट्रेन भी लेट हो गई थी। गौरतलब है कि ऐसा पहली बार है, जब ट्रेन लेट होने पर उसके मुसाफिरों को मुआवजा मिला।

टिकटों की बिक्री से दिया जाता है प्रीमियम: जानकारी के मुताबिक, ट्रेन लेट होने पर इंश्योरेंस कंपनियां मुआवजे का भुगतान करती हैं, जिसका प्रीमियम टिकटों की बिक्री से भरा जाता है। अगर तेजस एक्सप्रेस एक घंटे लेट होती है तो हर मुसाफिर को 100 रुपए मिलते हैं। वहीं, 2 घंटे से ज्यादा ट्रेन लेट होने पर प्रति यात्री 250 रुपए देने का नियम है।

रेलवे की यह है प्लानिंग: Act of God में कहीं नहीं मिलता क्लेम: बता दें कि एक्ट ऑफ गॉड के मामलों में पूरी दुनिया में इंश्योरेंस क्लेम खारिज कर दिया जाता है। गौरतलब है कि भारतीय रेलवे ने फर्स्ट फेज में करीब 150 प्राइवेट ट्रेनें चलाने की योजना बनाई है, जिसका एक्सपेरिमेंट आईसीटीसी को 2 ट्रेनें देकर किया गया है।