शॉपिंग करते वक्त ग्राहकों को काफी सावधानियां बरतनी चाहिए। अक्सर देखने को मिलता है कि ग्राहकों को एक्सपायरी डेट वाला या फिर नकली सामान पकड़ा दिया जाता है। सामान असली है या नकली इसका पता लगाने में एक ग्राहक असमर्थ होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि नकली सामान की पैंकिंग से लेकर उसके अंदर की गई मिलावट असली प्रोडक्ट की तरह ही होती है।
वहीं जब बात कॉस्मेटिक, फूड प्रोडक्ट या फिर किसी अन्य एफएमसीजी को खरीदने की आती है तो उसका असली होना बेहद अहम होता है। ऐसे में ग्राहक आसानी से इस बात Smart Consumer App के जरिए पता लगा सकते हैं। इस एप के जरिए प्रोडक्ट की कुछ जानकारियों के आधार पर यह तय किया जा सकता है कि वह असली है या नकली।
भारत सरकार और फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा तैयार करवाए गए इस एप की मदद से ग्राहकों प्रोडक्ट की पैकिंग पर छपे क्यूआर कोड को स्कैन कर सकते हैं। इस कोड को स्कैन करने के बाद प्रोडक्ट के मैन्यूफैक्चरर, कीमत, मैन्यूफैक्चर डेट, एफएसएसएआई, लाइसेंस और इसके अलावा कई जानकारियां मिल जाती हैं।
अगर किसी प्रोडक्ट की जानकारी नहीं आती तो इसका मतलब कंपनी द्वारा इसे साझा नहीं किया गया है या फिर पैक पर दी गई जानकारी फर्जी है।
मालूम हो कि हाल में उपभोक्ता संरक्षण कानून में केंद्र सरकार ने बड़े बदलाव किए हैं। नए उपभोक्ता कानून लागू होने के बाद कंपनियों के खिलाफ पहले से ज्यादा कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की गई है। ऐसे में अगर आपके साथ कोई ठगी को अंजाम दे तो कन्ज्यूमर कोर्ट में शिकायत दर्ज करवाएं।