केंद्र सरकार की ओर से गरीब परिवारों को फ्री में सितंबर तक राशन का लाभ प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (पीएमजीकेएवाई) के तहत दिया जा रहा है, लेकिन इस बार यूपी समेत कुछ राज्यों में राशन धारकों को गेहूं नहीं मिला है। इसके अलावा, जून से सितंबर तक केंद्र सरकार की ओर से मिलने वाली फ्री गेहूं का कोटा घटा देगी और इसकी जगह पर चावल दे सकती है।
पीएमजीकेएवाई योजना के तहत बिहार, केरल और उत्तर प्रदेश को राशन फ्री में सितंबर तक राशन दिया जाना है, ऐसे में गेहूं का कोटा घटा दिया गया है, जिसकी भरपाई चावल से की जाएगी। यूपी में गेहूं के स्टॉक के अनुसार, राज्य सरकार एक किलो गेहूं के साथ चार किलो चावल दे सकती है या फिर पूरा पांच किलो चावल ही दिया जाएगा, जिसे लेकर सरकार द्वारा विचार किया जा रहा है।
क्यों घटाया गया कोटा
गेहूं का आवंटन अगले महीने से या तो बंद किया जा सकता है या फिर कम होगा, क्योंकि गेहूं की सरकारी खरीद में गिरावट आई है। इस वजह से गेहूं का स्टॉक कम हुआ है। ऐसे में गेहूं की जगह राशन कार्ड धारकों को चावल ही दिया जाएगा। केंद्र सरकार की तरफ से सितंबर महीने तक के लिए यह संशोधन किया गया है। इससे यूपी के करीब 15 करोड़ से अधिक लाभार्थियों पर इसका असर पड़ेगा।
अन्य राज्यों में भी गेहूं का कोटा घटा
यूपी के साथ ही अन्य राज्यों जैसे- बिहार, केरल में यह नियम लागू किया गया है। इसके अलावा, दिल्ली, गुजरात, झारखंड, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल के गेहूं के कोटे में कमी की गई है। बाकी 25 राज्यों के कोटे में किसी तरह का बदलाव नहीं किया गया है।
चावल के अनुरोध पर विचार
अगर कोई राज्य एनएफएसए योजना के तहत अधिक चावल लेना चाहता है तो उसके इस प्रस्ताव पर केंद्र सरकार की ओर से विचार किया जा सकता है और विचार के बाद ही चावल आवंटित किया जा सकता है।