रक्षा मंत्रालय ने सेवानिवृत्त सैन्य कर्मियों और उनके आश्रितों की पेंशन से जुड़ी शिकायतों के निपटारे के लिए एक ऑनलाइन पोर्टल (Raksha Pension Shikayat Nivaran Portal) बनाया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को यह घोषणा की। ‘आर्म्ड फोर्सेज वेट्रन्स डे’ पर राजनाथ ने कहा कि पोर्टल उन्हें अपनी शिकायत सीधे पूर्व सेनानी कल्याण विभाग (डीईएसडब्ल्यू) के समक्ष दर्ज कराने का अवसर देगा।
सिंह ने ट्विटर पर कहा,‘‘ मुझे रक्षा पेंशन शिकायत निवारण पोर्टल बनने की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है, जिसका मकसद ईएसएम की पारिवारिक पेंशन से जुड़ी शिकायतों और उनके आश्रितों की शिकायतों का निवारण करना है।’’ उन्होंने कहा कि यह पोर्टल वर्तमान के और भविष्य के सैन्य पेंशनभोगियों की मदद करेगा।
रक्षा मंत्री ने कहा,‘‘ पोर्टल पर किए गए आवेदन से आवेदक के रजिस्टर्ड नंबर के लिए एसएमएस स्वत: जारी होगा और ईमेल जाएगा जिसमें, शिकायत पर चल रही कार्रवाई की जानकारी होगी।” शिकायत निवारण की गुणवत्ता में सुधार लाने के उद्देश्य से आवेदक फीडबैक भी दे सकते हैं।
मंत्री ने यह भी घोषणा की कि डीईएसडब्ल्यू ने सशस्त्र बल झंडा दिवस कोष (एएफएफडीएफ) को 320 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं ताकि कल्याणकारी योजनाओं, विशेष रूप से ईएसएम आश्रित बच्चों के लिए शिक्षा और विधवाओं के विवाह अनुदान के लिए लंबित आवेदनों को पूरा किया जा सके।
उन्होंने कहा, ‘‘इससे (320 करोड़ रुपये के आवंटन) 1,66,471 ईएसएम को फायदा होगा।’’ मंत्री ने यह भी कहा कि पुनर्वास महानिदेशालय ने 22,278 नौकरी पत्र जारी किए हैं।
पुनर्वास महानिदेशालय (Directorate General of Resettlement) ने अप्रैल-दिसंबर 2021 से वर्ष के दौरान सरकारी क्षेत्र / सार्वजनिक उपक्रमों / बैंकों और निजी क्षेत्र में नए सेवानिवृत्त ईएसएम को लगभग 7,900 नौकरी पत्र जारी किए। इसका उद्देश्य कॉर्पोरेट क्षेत्र में ईएसएम के पुन: रोजगार की सुविधा प्रदान करना और स्वरोजगार के लिए योजनाओं के माध्यम से रोजगार प्रदान करना है।
मंत्री ने इस अवसर पर सभी पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा,‘‘ हमें अपने पूर्व सैनिकों पर गर्व है जिन्होंने साहस, सम्मान और कर्तव्य के साथ निस्वार्थ भाव से देश की सेवा की है। सरकार भारत के ईएसएम के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है।’’