प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिलाने के नाम पर शातिर अपराधाी मासूम लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं। अक्सर आप अपने आसपास ऐसी खबरों को सुनते होंगे। लेकिल हाल ही में पुलिस ने दो सगे भाइयों का करनामे का खुलासा किया है। जिसमें दोनों भाइयों ने मिलकर एक हजार से ज्यादा लोगों को पीएम आवास दिलाने के नाम पर ठगी की है। वहीं पुलिस ने इसमें से एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और दूसरे की तलाश जारी है। आइए जानते हैं दोनों शातिर अपराधी किस तरह से भोलेभाले लोगों को अपने जाल में फंसा कर ठगी का शिकार बनाते थे।

नवंबर में मिली थी शिकायत – कानपुर के कृष्णा नगर निवासी व्यक्ति ने पुलिस को अपने साथ हुई ठगी की जानकारी 22 नवंबर को दी। जिसमें किसी अनजान व्यक्ति ने प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिलाने के नाम पर ठगी कर ली। जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज करके जांच शुरू की। जिसमें मोबाइल नंबर को ट्रैक करके पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और उसके अकाउंट में मौजूद ठगी की 6.50 लाख रुपये की राशि सीज कर दी।

ऐसे करते थे भोलेभाले लोगों से ठगी- आरोपियों का प्रधानमंत्री आवास योजना में ठगी का तरीका काफी निराला था। जिसमें आरोपी सबसे पहले लोगों को फोन कॉल करके बाताते थे कि, वो पीएम आवास योजना के अधिकारी है। साथ ही इस स्कीम में आपकी मकान कंफर्म हो गया है। जिसमें आपके 1.20 लाख रुपये आए हुए है। जिसके लिए आपको 13,450 रुपये जमा करने होंगे।

जिसमें 450 रुपये फार्म चार्ज और 13 हजार रुपये की किस्त होगी। इसके बाद आरोपी कुछ दिन के बाद दोबारा किस्त जमा करने के लिए फोन करते थे और फिर संबंधित दस्तावेज पूरा करने के लिए फोन करते थे। ऐसे में बड़ी राशि पीड़ितों से अपने अकाउंट में जमा करा लेते थे।

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पीएम आवास के डिपार्टमेंट थी पैठ – प्रधानमंत्री आवास के लिए आवेदन करने वालों का डाटा दोनों भाइयों के पास कैसे पहुंचता था। इसपर पुलिस जांच कर रही है। बिना सरकारी कार्यालय में घुसपैंठ के आरोपित आवास के लिए आवेदन करने वालों का डाटा नहीं पा सकते। इसमें यह देखा जा रहा है कि इनका वहां पर आना जाना था कि नहीं और यह डाटा इन्हें कहां से मिलता था।