दिल्‍ली में बिजली सब्सिडी को लेकर नियमों में बदलाव हुआ है। अब यूजर्स को बिजली की सब्सिडी लेने या नहीं लेने के लिए ऑनलाइन या ऑफलाइन विकल्‍प का चयन करना होगा। पहले की तरह अपने आप बिजली पर सब्सिडी नहीं दिया जाएगा। फॉर्म भरने के बाद ही इलेक्ट्रिसिटी पर सहायता राशि दी जाएगी। वहीं अगर विकल्‍प चुनने से आप चूक जाते हैं तो पूरा बिल आपको भरना होगा।

पिछले सप्‍ताह ही दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ऐलान किया था कि दिल्‍ली वासियों को बिजली पर सब्सिडी तभी दी जाएगी, जब वे इसकी डिमांड करेंगे। केजरीवाल ने कहा कि यह फैसला आर्थिक रूप से मजबूत उपभोक्‍ता के सुझाव के आधार पर लिया गया है। उन्‍होंने कहा कि लोगों ने इसे लेकर यह भी सुझाव दिया है कि बचे हुए पैसे का इस्‍तेमाल ब्लिडिंग, स्‍कूल और हॉस्पिटल निर्माण के लिए किया जाएगा।

पीटीआई के अनुसार, सब्सिडी के लिए उपभोक्ताओं के पंजीकरण के तौर-तरीकों को महीने के अंत तक अंतिम रूप दिए जाने की संभावना है। वहीं एक वरिष्‍ठ आम आदमी पॉर्टी के नेता का कहना है कि पंजीकरण प्रक्रिया को सुचारू बनाने के लिए बिजली वितरण कंपनियों (वितरण कंपनियों) के साथ परामर्श किया जाएगा।

कैसे मिलेगी बिजली पर सब्सिडी
बिजली विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि 80% से अधिक उपभोक्ता अपने बिजली बिल का भुगतान ऑनलाइन करते हैं, इसलिए सब्सिडी योजना के तहत डिस्कॉम पोर्टल और ऐप पर जाकर ऑनलाइन रजिस्‍ट्रेशन करना होगा। ऑनलाइन आवेदन आप अपने मोबाइल ऐप से भी कर सकते हैं। वहीं जो लोग ऑनलाइन मोड का उपयोग नहीं कर रहे हैं, वे फॉर्म भरकर और उन्हें डिस्कॉम कार्यालयों में जमा करके सब्सिडी ले सकेंगे।

किसको कितनी मिलेगी सब्‍सिडी
एक महीने में 200 यूनिट तक का उपयोग करने वाले घरेलू उपभोक्ताओं को 100% सब्सिडी दी जाती है। जिन उपभोक्ताओं की मासिक खपत 201-400 यूनिट है, उन्हें 800 रुपये तक की सब्सिडी मिलती है।

कितने लोग ले रहे हैं सब्सिडी का लाभ
दिल्ली सरकार ने कहा है कि शहर के लोग 1 अक्टूबर से सब्सिडी का विकल्प चुन सकते हैं। दिल्ली में 58.18 लाख बिजली उपभोक्ता हैं, जिनमें से 47.11 लाख सब्सिडी योजना का लाभ ले रहें है।