केंद्र सरकार ने कोरोना वैक्सीन ‘कोर्बेवैक्स’ की 5 करोड़ डोज खरीदने के लिए बायोलॉजिकल-ई को ऑर्डर दिया है। ये वैक्सीन फरवरी के आखिर तक मिलने की उम्मीद है। वहीं सरकार ने अभी तय नहीं किया है कि, ये नई वैक्सीन किस वर्ग के लोगों को दी जाएगी। लेकिन जानकारों की मानें तो DCGI से मंजूरी मिलने के बाद कोर्बेवैक्स वैक्सीन का यूज 15 साल से कम उम्र के किशोरों का वैक्सीनेशन करने के लिए कर सकती है। इसके जरिए सरकार अपने वैक्सीनेशन प्रोग्राम का और विस्तृत करने पर जोर देगी। क्योंकि ज्यादातर राज्यों ने दोबारा से स्कूल ओपन करना शुरू कर दिया है।
कोर्बेवैक्स के एक डोज की ये है कीमत – कोर्बेवैक्स वैक्सीन के प्रत्येक डोज की कीमत 145 रुपये है। 5 करोड़ डोज के लिए सरकार 725 करोड़ रुपये प्लस जीएसटी की दर से भुगतान करेगी।
सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम एचएलएल लाइफकेयर लिमिटेड ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जनवरी के अंत में बायोलॉजिकल-ई को कोर्बेवैक्स की आपूर्ति का ऑर्डर जारी किया था। ऑर्डर के तहत हैदराबाद स्थित कंपनी के फरवरी में सप्लाई प्रदान करने की उम्मीद है।
इस उम्र के बच्चों पर परीक्षण पूरा हुआ – बायोलॉजिकल-ई कंपनी ने कॉर्बेवैक्स का 5-12 साल और 12-18 साल के बच्चों पर परीक्षण पूरा किया है। वहीं राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह टीकाकरण (NTAGI) ने 12 से 18 साल के उम्र के बच्चों पर परीक्षण के डेटा की समीक्षा की है। वहीं कंपनी ने परीक्षण के डेटा को अभी DCGI के सामने पेश नहीं किया है। कंपनी NTAGI के सदस्यों के डेटा से संतुष्ट होने के बाद ही इसे DCGI के पास पेश करेगी। जिससे अंतिम मंजूरी मिलने में ज्यादा समय नहीं लगेगा।
15 से 18 साल के बच्चों का हो रहा है टीकाकरण – वर्तमान में देश में 15 से 18 साल के बच्चों का टीकाकरण अभियान चल रहा है। इसमें बच्चों को कोवैक्सिन की पहली और दूसरी डोज दी जा रही है। वहीं वयस्कों में भी प्रीकॉशन डोज के तौर पर तीसरी डोज दी जा रही है। अभी तक 15 से 18 साल के 7.4 करोड़ किशोरों में से करीब 66 फीसदी बच्चों का टीकाकरण पूरा हो चुका है। वहीं 56 लाख बच्चों को कोवैक्सिन की दूसरी डोज भी बच्चों को दी जा चुकी है।