समृद्धि महामार्ग के अंतिम चरण का काम पूरा हो गया है। नासिक के इगतपुरी से ठाणे के अमाने तक 76 किलोमीटर लंबे मार्ग का उद्घाटन अब होना है। गुरुवार 05 जून को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अजित पवार नासिक के इगतपुरी में उद्घाटन समारोह में शामिल होंगे। जिसके बाद महाराष्ट्र सरकार की सबसे महत्वाकांक्षी एक्सप्रेस वे परियोजना पूरी तरह से चालू हो जाएगी। लेकिन मुंबई, ठाणे और नवी मुंबई के मोटर चालकों को समृद्धि महामार्ग तक आसानी से पहुंचने के लिए कम से कम एक साल तक और इंतजार करना होगा, क्योंकि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे और समृद्धि महामार्ग को जोड़ने वाला वडपे इंटरचेंज अभी भी निर्माणाधीन है।

महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम (एमएसआरडीसी) के अनुसार, समृद्धि महामार्ग के अंतिम खंड का निर्माण भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के साथ संयुक्त साझेदारी में 1,182 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है। यह महामार्ग खतरनाक कसारा घाट से होकर गुजरता है, जिससे मुंबई और नागपुर के बीच यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए एक स्पीड और सुरक्षित मार्ग उपलब्ध होता है।

नागपुर ठाणे की दूरी 8 घंटे में

नासिक और ठाणे के बीच यात्रा करने में अब महज समय 30 से 40 मिनट लगेगा, जो पहले ज़िगज़ैग घाट सेक्शन के जरिए 90 मिनट से ज़्यादा लगता था। नागपुर-ठाणे की पूरी यात्रा अब सिर्फ आठ घंटे में पूरी हो जाएगी, जबकि पहले इसमें 16 घंटे लगते थे। आखिरी हिस्से के खुलने के साथ ही नागपुर को मुंबई से जोड़ने वाला 701 किलोमीटर लंबे इस समृद्धि महामार्ग को हिंदू हृदय सम्राट बालासाहेब ठाकरे के नाम पर रखा जाना है। फिलहाल ये एक्सप्रेस वे नागपुर से नासिक के इगतपुरी तक 625 किलोमीटर का कॉरिडोर चालू है।

मुफ्त का राशन खाने वाले सरकारी कर्मचारियों पर एक्शन लेगी रेखा गुप्ता सरकार

नागपुर से शुरू होने वाले समृद्धि महामार्ग मुंबई से लगभग 60 किलोमीटर पहले ही भिवंडी के पास ठाणे के अमने गांव में समाप्त होता है। मुंबई और उसके महानगरीय इलाके से समृद्धि महामार्ग तक पहुंचना फिलहाल कुछ हद तक सीमित है, क्योंकि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे और समृद्धि महामार्ग को जोड़ने वाला वडपे इंटरचेंज अभी निर्माणाधीन है।

एमएसआरडीसी के अधिकारियों ने बताया है कि जब तक यह इंटरचेंज नहीं खुल जाता तब तक मुंबई, ठाणे या नवी मुंबई से आने वाली गाड़ियों को मुंबई-नासिक राजमार्ग पर भिवंडी के निकट संगरीला रिसोर्ट के निकट एक अस्थायी पहुंच बिंदु के माध्यम से एक्सप्रेस वे का उपयोग करना होगा। जिसमें अभी एक वर्ष तक का समय लगने का अनुमान है।