मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पचमढ़ी में चल रहे कैबिनेट मीटिंग में कई फैसला लिया है। इस दौरान सीएम ने कई ऐलान किए। जिसमें तीर्थ दर्शन योजना फिर से 18 अप्रैल से शुरू की जा रही है। इसके साथ ही कन्या विवाह योजना की राशि 51 हजार से बढ़ाकर 55 हजार रुपए की गई है। वहीं गोवर्धन योजना की भी शुरूआत की जाएगी। ताकि आवारा पशुओं का संरक्षण हो और गोबर से बने सामानों का उपयोग हो सके।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गो-पालन को बढ़ावा देने और इसके उत्पादों की आर्थिक क्षमता से लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता पर जोर दिया है। मध्यप्रदेश मंत्रिपरिषद के पचमढ़ी में दो दिवसीय विचार-विमर्श के पहले दिन शनिवार की शाम चौहान ने कहा कि गौशालाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए भी कदम उठाये जायेंगे और प्रदेश के विभिन्न शहरों में गोवर्धन परियोजनायें शुरू की जाएगी।
इसके साथ ही चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश के इंदौर में बायो-सीएनजी प्लांट के सफल संचालन के बाद गोवर्धन योजना को प्रदेश के अन्य शहरों में भी लागू किया जाएगा। गोबर से लकड़ियां बनाई जाती हैं, जिसका उपयोग शहरों में किया जा सकेगा।
क्लिनिक स्थापित किए जाएंगे
वहीं सामान्य बीमारियों के इलाज के लिए मुख्यमंत्री संजीवनी क्लिनिक सभी नगरीय निकायों में स्थापित किये जाएंगे। 22 अप्रैल से ये क्लिनिक कुछ स्थानों पर प्रारंभ हो जाएंगे। बता दें कि हिल स्टेशन पचमढ़ी में शिवराज कैबिनेट की चिंतन बैठक का आज दूसरा और आखिरी दिन है। दोपहर में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बैठक के फैसलों की जानकारी दी है।
और क्या लिए गए फैसले
- ग्रामीण परिवहन की नीति लाई जाएगी, जिससे परिवहन को बढ़ावा मिलेगा और आवागमन की व्यवस्था में सुधार होगा।
- मुख्यमंत्री ने कहा कि साइबर तहसील की शुरुआत होगी। इससे संपत्तियों के दस्तावेज ऑनलाइन उपलब्ध रहेंगे। जो मामले विवादित हैं, उनके लिए बाद में व्यवस्था करेंगे।
- ‘मां तुझे प्रणाम योजना’ फिर से शुरू होगी। इसके अंतर्गत उनके अंदर राष्ट्र की सेवा और देशभक्ति की भावना सुदृढ़ होगी।
- बिजली बिलों में सुधार के लिए अप्रैल-मई में विशेष अभियान चलाया जाएगा। गांव में मनरेगा के अंतर्गत खेल मैदान विकसित किए जाएंगे।