LIC Jeevan Labh: लाइफ इंश्योरेंस कंपनी (एलआईसी) की जीवन लाभ (टेबल नम्बर 836) एक नॉन लिंक्ड पॉलिसी है। इस वजह से इस पॉलिसी का शेयर मॉर्केट से कोई संबंध नहीं है। यह एक लिमिटड प्रीमियम प्लान है। LIC के इस प्लान में कम अवधि में निवेश कर आप चार गुना फायदा पा सकते हैं इसके साथ ही 32 लाख रिटर्न और मुफ्त बीमा का फायदा भी आपको मिलेगा। कंपनी ने यह प्लान बच्चों की शादी, पढ़ाई और प्रॉपर्टी की खरीददारी को लेकर बनाया है।

लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन भविष्य और वर्तमान को ध्यान में रखते हुए अलग-अलग पॉलिसी मुहैया कराती है। ग्राहक अपनी वित्तीय स्थिति के आधार किसी भी पॉलिसी को चुन सकते हैं। अगर कोई ग्राहक इस प्लान को लेता है तो उसे और भी कई तरह के फायदे मिलते हैं। आज हम आपको इस पॉलिसी की खासियतों के बारे में बता रहे हैं। आइए जानते हैं इस पॉलिसी में क्या-क्या है खास:

इस पॉलिसी को लेने के लिए पॉलिसीधार की न्यूनतम उम्र 8 वर्ष तो वहीं अधिकतम उम्र 59 वर्ष है। यह प्लान तीन विकल्प में मौजूद है। पहला 16 वर्ष, दूसरा 21 तो तीसरा 25 वर्ष का प्लान। तीन साल तक नियमित प्रीमियम देने के बाद पॉलिसीधारक इस योजना पर ऋण सुविधा का लाभ उठा सकते हैं। भारतीय आयकर अधिनियम की धारा 80 सी के तहत पॉलिसीधारकों द्वारा भुगतान किए गए प्रीमियम के लिए कर लाभ दिए जाते हैं।

प्रीमिय भुगतान: 16 साल वाले प्लान के लिए प्रीमियम देने की अवधि 10 वर्ष, 21 साल वाले प्लान की 15 तो वहीं 25 साल के प्लान की प्रीमियम अवधि 16 साल है। पॉलिसीधार वार्षिक, अर्धवार्षिक, तिमाही और मासिक प्रीमिय भर सकते हैं। पालिसी अवधि पूरा होने पर, इस पालिसी की परिपक्वता राशि, सम एशोयर्ड, साधारण प्रत्यावर्ती बोनस और अंतिम अतरिक्त बोनस के योग के बराबर होती है।

आइए एक उदाहरण से समझते हैं आपको इस पॉलिसी में निवेश करने पर कैसे 32 लाख रुपए का रिटर्न हासिल होगा:-

ऊपर दी गई टेबल के मुताबिक अगर कोई पॉलिसीधारक 29 वर्ष की आयु में 16 वर्षों (प्रीमियम भुगतान अवधि) तक 54,385 रुपए प्रतिवर्ष देता है। तो 25 वर्ष (पालिसी अवधि) पूरी होने के बाद यानि कि 54 वर्ष की आयु में उसे इस प्लान से जुड़े सभी लाभ (परिपक्वता और वर्ष-वार मृत्यु लाभ) दिए जाएंगे0। यानि की कोई पॉलिसीधारक को 16 वर्षों तक कुल 870160 रुपए जमा करने होंगे। अगर पॉलिसीधारक 25 वर्षों तक जीवित रहता है तो उसे 3240000 रुपए का रिटर्न मिलेगा।

मृत्यु लाभ: आगर पालिसी धारक की मृत्यु, पालिसी अवधि के दौरान होती है और उसने मृत्यु तक सभी प्रीमियम का भुगतान किया है, तो उसके नॉमिनी को मृत्यु लाभ के रूप में मृत्यु पर मिलनेवाला बीमित रकम, सिंपल रिवर्सनरी बोनस और फाइनल एडीशन बोनस(अगर कुछ है तो) का भुगतान किया जाता है। इसका मतलब यह है कि नॉमिनी को अतिरिक्त बीमा राशि मिलेगी।