प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार (पांच अक्टूबर, 2021) को यूपी की राजधानी लखनऊ में न्यू अर्बन इंडिया थीम पर आयोजित तीन दिवसीय कॉन्क्लेव के मौके पर ‘प्रधानमंत्री आवास शहरी योजना’ के 75000 लाभार्थियों को डिजिटल माध्यम से आवास सौंपे। पीएम ने राजधानी के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित इस कार्यक्रम की शुरुआत की, जिसमें उनके साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी भी मौजूद थे।

प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर कॉन्क्लेव-सह-एक्सपो में लगाई गई आधुनिक आवासीय तकनीकों पर आधारित प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। यह कार्यक्रम केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय उत्तर प्रदेश के नगर विकास विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया है।

प्रधानमंत्री ने स्मार्ट सिटी मिशन के अन्तर्गत आगरा, अलीगढ़, बरेली, झांसी, कानपुर, लखनऊ, प्रयागराज, सहारनपुर, मुरादाबाद एवं अयोध्या में इंटीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर, इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेन्ट सिस्टम एवं नगरीय इन्फ्रास्ट्रक्चर तथा अमृत मिशन के अंतर्गत प्रदेश के विभिन्न शहरों में उत्तर प्रदेश जल निगम द्वारा निर्मित पेयजल एवं सीवरेज की कुल 4,737 करोड़ रुपये की 75 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया।

मोदी इस कार्यक्रम के दौरान प्रदेश के सभी जिलों में प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत चयनित 75 हजार लाभार्थियों को चाभी वितरण कर उनसे संवाद भी किया। इसके अलावा, मोदी लखनऊ, कानपुर, गोरखपुर, झांसी, प्रयागराज, गाजियाबाद और वाराणसी के लिए 75 स्मार्ट इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी भी दिखाई।

लिस्ट में ऐसे चेक करें नामः पीएम आवास योजना के लाभार्थियों की लिस्ट में आपका नाम है या नहीं? यह चेक करना बेहद सरल है। आपको pmaymis.gov.in की वेबसाइट पर जाना होगा और उसके बाद होमपेज पर ऊपर की पट्टी में ‘सर्च बेनेफीशियरी’ का ऑप्शन मिलेगा। इस पर क्लिक करेंगे, तब “सर्च बाय नेम” का विकल्प खुलकर आएगा। उस पर क्लिक करेंगे, तो नए पेज पर आपको डायरेक्ट किया जाएगा। अब यहां आपसे आधार संख्या पूछी जाएगी, जिसे देने के बाद आपका स्टेटस सामने आ जाएगा। अगर आप रजिस्टर्ड नहीं होंगे, तब ‘नो रिकॉर्ड फाउंड’ (नो रिकॉर्ड फाउंड) का संदेश लिखकर आएगा।

pmaymis.gov.in पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, अब तक कुल 113.56 लाख घर सैंक्शन किए जा चुके हैं, जबकि 50.83 लाख घरों का काम पूरा हो चुका है। वहीं, 112898 करोड़ रुपए की केंद्रीय सहायता राशि जारी की जा चुकी है।