Indian Railway IRCTC: साइबर क्राइम के जरिए लोगों के बैंक खातों पर चूना लगाने के मामले सामने आते रहते हैं। ऑनलाइन ठग ग्राहकों को चूना लगाने के लिए नए-नए तरीके अपनाते हैं। इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कारपोरेशन (आईआरसीटीसी) इस सिलसिले में समय-समय पर अलर्ट जारी करता रहता है। आईआरसीटीसी कई बार अपने आधिकारिक ट्वीटर हेंडल के जरिए चेतावनी दे चुका है कि ग्राहकों को किसी के भी साथ अपनी पसर्नल डिटेल शेयर नहीं करनी चाहिए।

आईआरसीटीसी के मुताबिक ग्राहक द्वारा टिकट कैंसल करते वक्त रिफंड के लिए रेलवे की तरफ से कभी भी मोबाइल नंबर, बैंक खाते से जुड़ी जानकारी नहीं मांगी जाती। अगर कोई आपसे इस तरह की जानकारी मांगे तो भूलकर भी उसके साथ जानकारी साझा न करें। आईआरसीटीसी रिफंड प्रोसेस के लिए ग्राहक को उनकी पर्सनल जानकारी मांगने के लिए मैसेज नहीं करता। इसके साथ ही क्रेडिट कार्ड , एटीएम, डेबिट कार्ड और सीवीवी भी किसी के साथ साझा नहीं करना चाहिए।

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से 21 दिनों तक के लॉकडाउन के ऐलान के बाद रेलवे ने 14 अप्रैल तक सभी यात्री ट्रेनों के संचालन को रोक दिया है। इस बीच 14 अप्रैल तक ट्रेन टिकट कराने वाले लोगों के सामने मुश्किल खड़ी हो गई है। अब ऐसे लोग सफर नहीं कर पाएंगे, लेकिन ट्रेन टिकट के कैंसल कराने को लेकर रेलवे ने बड़ी राहत दी है। 14 अप्रैल तक के टिकटों को कैंसल कराने की जरूरत नहीं है। यात्रियों को उनके टिकट की राशि अपने आप ही रिफंड हो जाएगी। आईआरसीटीसी ने यह जानकारी दी है।

आईआरसीटीसी ने कहा, ‘यूजर की तरफ से टिकट को कैंसल किए जाने की कोई जरूरत नहीं है। यदि यूजर खुद टिकट कैंसल करता है तो इस बात की आशंका है कि उसे रिफंड कम मिले। ऐसे में सलाह दी जाती है कि यात्री अपने टिकट खुद कैंसल न करें।’ ऐसे में अगर आपसे कोई टिकट रिफंड के नाम पर पर्सनल जानकारी मांगता है तो उसके साथ इसे साझा करने से बचें।