Indian Railways: रेल मंत्री पीयूष गोयल ने भारतीय रेलवे में भविष्य में किए जाने वाल तमाम बदलावों के बारे में बताया है। उन्होंने कहा है कि आने वाले दिनों में देश के अलग-अलग हिस्सों में 5000 हजार स्टेशन पर वाई-फाई (Wi-Fi) के बाद अब ट्रेनों में भी इसकी सुविधा मिलेगी। केंद्र सरकार अगले एक से डेढ़ साल के बीच इस सुविधा को यात्रियों के लिए उपलब्ध करवाएगी।
रेल मंत्री ने बताया कि अगल साल के अंत तक देश के 6,500 स्टेशनों में वाई-फाई की सेवा मुहैया करवाई जाएगी। वहीं चलती ट्रेन में वाई-वाई उपलब्ध करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि ‘किसी चलती ट्रेन में वाई-फाई की सुविधा देना आसान नहीं इसमें भारी निवेश की जरूरत पड़ती है। इसके लिए भारी मात्रा में टॉवर और ट्रेन के अंदर इक्विपमेंट्स लगाने की जरूरत पड़ती है। इसके लिए हमें विदेश तकनीक और निवेश की जरूरत पड़ेगी। हालांकि चलती ट्रेन में वाई-फाई की सुविधा मिलने से सुरक्षा में बढ़ोतरी होगी। ऐसा इसलिए क्योंकि हर बोगी में सीसीटीवी की लाइव कवरेज इंटरनेट के जरिए पुलिस स्टेशन तक पहुंच सकेगी। हमें उम्मीद है कि अगले एक से डेढ़ साल में हम इस सुविधा को यात्रियों को मुहैया करवाएंगे।’
पीयूष गोयल ने आगे बताया ‘स्टेशन आधुनिकीकरण की दिशा में भारतीय रेलवे तेजी से आगे बढ़ रहा है। हम प्राइवेट प्लेयर्स की मदद से स्टेशनों का आधुनिकीकरण कर रहे हैं। भोपाल में भी ऐसा ही किया गया है जहां एक प्राइवेट कंपनी स्टेशन को आधुनिक बना रही है इसका काम भी जल्द पूरा होने वाला है। वहीं एनबीसीसी 12-13 जगहों पर ठीक इसी तरह से काम कर रहा है। क्रॉस सब्सिडी मॉडल में यहां हाउसिंग और कर्मशियल एक्टिविटी, शॉपिंग मॉल का निर्माणा किया जा रहा है। इसका फायदा रेलवे की आय को बढ़ाने में होगा। अगर यह पहल सफल होती है तो देश के अन्य हिस्सों में भी इसे लागू किया जाएगा।’
रेल मंत्री ने कहा ‘प्राइवेट सेक्टर को रेलवे से जोड़ने की अपार संभावनाएं हैं। देश में ढेर सारी ऐसी लोकेशन मौजूद हैं जहां रेलवे की जमीन के भारी मांग है। हम सोलर इंस्टॉलेशन के लिए भी रेलवे की जमीन का इस्तेमाल करने पर विचार कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लीडरशिप में हम भारतीय रेलवे को दुनिया का पहला शून्य उत्सर्जन रेलवे बनाएंगे। अगले चार से पांच के दौरान रेलवे 100 प्रतिशत इलेक्ट्रिक हो जाएगी।’
