Indian Railways, IRCTC: इंडियन रेलवे ने टिकट बुकिंग के नए नियम लागू किए हैं। वेटिंग ट्रेन टिकट बुकिंग के लिए अधिकतम वेटिंग लिस्ट लिमिट (Maximum Waiting List Limi) तय की गई है। अगर कोई यात्री इस लिमिट के खत्म होने के बाद टिकट बुकिंग करेगा तो बैंक खाते से पैसे कट जाएंगे लेकिन टिकट नहीं मिलेगा।

अगर आपके साथ भी ऐसा होता है तो चिंता करने की जरूरत नहीं क्योंकि 3-5 दिनों के भीतर आपको पैसा वापस कर दिया जाता है। इसके लिए आपको किसी तरह का फॉर्म भरने या फिर रिफंड के लिए अप्लाई करने की जरूरत नहीं होती। रेलवे द्वारा ऑटोमेटिक सिस्टम अपनाया गया है जिससे यात्रियों को राहत मिली है। यात्री सिर्फ कन्फर्म टिकट पर ही सफर कर सकते हैं।

कम ट्रेनें चलाए जाने से कुछ ट्रेनों में लम्बी वेटिंग लिस्ट देखी जा रही है। बता दें कि रेलवे ने अधिक यात्री वाले मार्गों पर विशेष ‘क्लोन ट्रेनें’ भी पेश की हैं। इन ट्रेनों का सीमित संख्या में ही ठहराव/हाल्ट है।

रेलवे ने फैसला लिया है कि ई-केटरिंग सर्विस फरवरी से फिर से शुरू की जाएंगी। रेल मंत्रालय द्वारा इंडियन रेलवे केटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन (आईआरसीटीसी) को मंजूरी दे दी गई है। बीते कुछ समय में रेलवे से मांग की जा रही थी कि कोरोना के हालात सुधर रहे हैं ऐसे में ई-केटरिंग सर्विस को भी फिर से शुरू किया जाए।

वहीं हाल में रेलवे ने कोरोना काल के चलते लॉकडाउन के दौरान बिकी टिकटों पर अहम फैसला लिया है। रेलवे ने टिकट रद्द कराने पर रिफंड पाने की टाइमिंग में बदलाव किया है। अब 6 महीने नहीं बल्कि 9 महीने तक रद्द टिकटों का रिफंड पा सकते हैं।