पश्चिम बंगाल के हावड़ा से जलपाईगुड़ी के बीच वंदे भारत ट्रेन (Vande Bharat Express) चलने वाली है। 30 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ट्रेन को हरी झंडी दिखायेंगे। इस ट्रेन का संचालन ईस्टर्न रेलवे (Eastern Railway) करेगा। ट्रेन का ट्रायल किया जा रहा है।

पूर्वी रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (CPRO) एकलव्य चक्रवर्ती ने कहा, “ट्रेन में बेहतर सुविधाओं में आपात स्थिति के मामले में यात्रियों की आसान निकासी के लिए चार आपातकालीन खिड़कियां शामिल हैं। आपदा की स्थिति में अन्य सभी लाइटों के खराब होने की स्थिति में प्रत्येक कोच में चार डिजास्टर लाइटें भी लगाई जाएंगी। अधिक आरामदायक यात्रा अनुभव के लिए ट्रेनों में सीटों को झुकाने के लिए पुशबैक व्यवस्था होगी।”

क्या है Vande Bharat की खूबी, जानें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को घोषणा की थी कि आजादी के अमृत महोत्सव के 75 सप्ताह में 75 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें देश के कोने-कोने से जुड़ेंगी। पहला ट्रेन-सेट (ट्रेन-18) 16 चेयर-कार कोच का है। इसमें 16 वातानुकूलित कोच हैं जिनमें से दो एक्जीक्यूटिव क्लास (executive class) के हैं। सेमी-हाई स्पीड ट्रेन 18, जिसे हाल ही में वंदे भारत एक्सप्रेस नाम दिया गया है, वह 100 किमी प्रति घंटे की अधिकतम गति तक चल सकती है और यह शताब्दी ट्रेनों (Shatabdi trains) जैसी यात्रा का अनुभव कराती हैं।

बंगाल में ट्रेन हावड़ा से न्यू जलपाईगुड़ी तक 7 घंटे 30 मिनट में जाएगी। इसमें न्यू फरक्का और मालदा स्टेशन पर 10-10 मिनट का स्टॉपेज शामिल है। कुल सीट की क्षमता 1,128 है। हर कोच में गर्म भोजन और गर्म और ठंडे पेय पदार्थ परोसने के लिए पैंट्री की सुविधा है। सभी कोच में स्वचालित दरवाजों, जीपीएस-आधारित ऑडियो-विजुअल यात्री सूचना प्रणाली, मनोरंजन के उद्देश्य से ऑन-बोर्ड हॉटस्पॉट वाईफाई (hotspot WiFi) और आरामदायक बैठने की सुविधा है। सभी शौचालय बायो-वैक्यूम पर काम करते हैं। ट्रेन में लाइट ड्यूल मोड में है, जो प्रत्येक सीट के लिए व्यक्तिगत है।

बता दें कि पहली Vande Bharat ट्रेन वाराणसी-दिल्ली रूट पर और दूसरी कटरा-दिल्ली रूट पर चली थी। इस सेमी-हाई स्पीड ट्रेन में ऑनबोर्ड इंफोटेनमेंट, जीपीएस आधारित यात्री सूचना प्रणाली, सीसीटीवी कोच, रिट्रेकटेबल कोच फुटस्टेप्स के साथ ऑटोमैटिक द्वार और बायो-टॉयलेट जैसी सुविधाएं हैं।