राज्‍य, केंद्र के सरकारी कर्मचारी और प्राइवेट सेक्‍टर के कर्मचारियों के अलावा आम लोग भी कई योजनाओं में निवेश कर या सरकारी स्‍कीम की मदद से पेंशन का लाभ उठाते हैं। किसी भी व्‍यक्ति को पेंशन पाने के लिए एक बैंक अकाउंट की आवश्‍यकता होती है, जिसे पेंशन अकाउंट भी कहा जा सकता है। पेंशन खाता समान्‍य सेविंग या करेंट अकाउंट की तरह ही होता है या फिर आप अपने पुराने बैंक खाते को भी पेंशन खाते में बदल सकते हैं।

अगर आप स्‍टेट बैंक ऑफ इंडिया में पेंशन खाता खोलने के बारे में सोच रहे हैं तो यहां जानकारी दी जा रही है कि कैसे आप एक पेंशन खाता खोल सकते हैं या फिर पुराने खाते को पेंशन आकउंट में कनवर्ट कर सकते हैं। वर्तमान में SBI के पास 57 लाख पेंशन खाते हैं, जिसे प्रोसेस करने के लिए एसबीआई के 17 सेंट्रल पेंशन प्रोसेसिंग सेंटर्स (CPPCs) हैं।

कैसे खुलवा सकते हैं पेंशन खाता

भारतीय स्टेट बैंक की वेबसाइट के अनुसार, पेंशन लेने के लिए रिटायर्ड कर्मचारी भारतीय स्टेट बैंक की किसी भी शाखा में जाकर बचत या करेंट अकाउंट खोल सकता है। व्‍यक्ति सिंगल अकाउंट के साथ ही पति या पत्नी के साथ ज्‍वाइंट खाता भी ओपेन कर सकता है और पेंशन फॉर्म में एसबीआई बैंक में खोले गए खाते का नंबर और डिटेल दर्ज कर सकता है।

इन दस्‍तावेजों की होती है जरूरत

अगर आपके पास पुराना बैंक खाता है तो आप पुराना खाता संख्‍या देकर भी पेंशन खाते में कनवर्ट कराया जा सकता है। एसबीआई योनों की मदद से ऑनलाइन खाता भी खोला जा सकता है। खाता खोलने के लिए आधार नंबर, पैन नंबर, मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी जैसे डॉक्‍यूमेंट की आवश्‍यकता होती है।

कब खाते में आएगा पेंशन का पैसा

अगर पेंशन देने वाले विभाग ओर से ऑनलाइन पीपीओ नंबर जारी किया जाता है तो खाते में पेंशन का पैसा अपने आप आना शुरू हो जाएगा। वहीं अगर पीपीओ नंबर ऑफलाइन भेजा जाता है, तो संबंधित दस्‍तावेजों के साथ कर्मचारियों को बैंक में जाकर इसे देना होगा, जिसके बाद पेंशन का पैसा खाते में आना शुरू होगा। हालांकि कुछ परिस्थितियों में पेंशनभोगी को अब पेंशन भुगतान करने वाली शाखा में जाने की आवश्यकता नहीं है।

लाइफ सर्टिफिकेट करना होगा जमा

पेंशनभोगी को अपना जीवन प्रमाण पत्र और अन्य दस्‍तावेज संबंधित बैंक शाखा में जमा करने की आवश्‍यकता होती है। ऑफलाइन के साथ ही आप घर बैठे ऑनलाइन जीवन प्रमाण पत्र जमा जमा कर सकते हैं। लाइफ सर्टिफिकेट जमा करने के लिए उमंग ऐप की भी मदद ले सकते हैं। लाइफ सर्टिफिकेट एक साल के लिए वैलिड माना जाता है।