उत्तर प्रदेश में लोगों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए लिंक एक्सप्रेस वे का निर्माण किया जा रहा है। इस लिंक एक्सप्रेस वे का निर्माण लगभग 98 फीसदी पूरा हो चुका है। उम्मीद की जा रही है कि नए साल में इसका उद्घाटन किया जाएगा। इसके बजट की बात करें तो 7283.28 रुपये की लागत से बने इस लिंक एक्सप्रेस वे की कुल लंबाई 91.35 किलोमीटर है। जो गोरखपुर से आजमगढ़ को जोड़ते हुए पूर्वांचल एक्सप्रेस वे में मिल जाती है।

इस एक्सप्रेस-वे के बन जाने से गोरखपुर जाने वाले लोगों को और सुविधा हो जाएगी। इसके बन जाने से लखनऊ, आगरा और दिल्ली तक आने जाने की सहूलियत रहेगी। गोरखपुर लखनऊ बाईपास एनएच-27 से शुरू होकर आजमगढ़ के सलारपुर में जाकर पूर्वांचल एक्सप्रेसवे में मिल जाएगी। 

इन जिलों का होगा विकास

इस एक्सप्रेस वे के निर्माण के बाद गोरखपुर, संत कबीर नगर, अंबेडकरनगर और आजमगढ़ के लोगों को सीधा लाभ मिलेगा। साथ ही इन जिलों के लोगों को लखनऊ तक की सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी और औद्योगिक, कृषि, पर्यटन क्षेत्र में भी बढ़ावा मिलेगा। इस लिंक एक्सप्रेस वे के बन जाने से गोरखपुर से लखनऊ जाना और भी आसान हो जाएगा। अब पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के ज़रिए लखनऊ सिर्फ़ 3.5 घंटे में पहुंचा जा सकता है।

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वहीं यूपी सरकार एक्सप्रेस वे के दोनों ओर औद्योगिक गलियारे का निर्माण कर रही है। इन गलियारों का उद्देश्य कृषि क्षेत्रों, उत्पादन इकाइयों और विकास केंद्रों को राष्ट्रीय बाजारों से जोड़ना है। साथ ही क्षेत्रीय वाणिज्य को बढ़ावा देना और रोजगार के अवसर पैदा करना है। ये भी अनुमान लगाया जा रहा है कि इस लिंक एक्सप्रेस वे के बन जाने के बाद तेज रफ्तार से वाहन चलने की स्थिति में पर्यावरण प्रदूषण में कमी आएगी और तेज यात्रा भी होगी।

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आर्थिक अवसरों को मिलेगा बढ़ावा

इस एक्सप्रेस वे के निर्माण कार्य की बात करें तो मिट्टी और सफाई का कार्य 100 प्रतिशत पूरा हो चुका है जबकि इसके बाद इसपर आगे के काम में भी तेजी आ चुकी है। प्रस्तावित काम में लगभग 98 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। शेष काम में भी तेजी से कार्य चल रहा है। इसके उद्घाटन होने के बाद राज्य को गोरखपुर से जोड़ने और आसान हो जाएगा। साथ ही आर्थिक अवसरों को भी बढ़ावा मिलेगा।