डिजीलॉकर ऐप (Digilocker) भारत सरकार का एक क्लाउड बेस्ड प्लेटफॉर्म है जहां यूजर्स आधार, पैन और ड्राइविंग लाइसेंस जैसे अपने जरूरी कागजातों को डिजिटल फॉर्म में सेव करके रख सकते हैं। सरकार के अलग-अलग मंत्रालय और विभागों की इस प्लेटफॉर्म के साथ भागीदारी है। इस ऐप के जरिये 2 जीबी की क्लाउड स्टोरेज मिलती है, जिसमें कई डॉक्यूमेंट अपलोड किया जा सकते हैं। हाईस्कूल के सर्टिफिकेट से लेकर पैन कार्ड और हर जरूरी दस्तावेज को आप इस डिजिटल सुविधा के जरिये सहेजकर रख सकते हैं और जरूरत पड़ने पर इनका इस्तेमाल कर सकते है।
सरकार जैसे ई-डॉक्यूमेंट्स को मान्यता प्रदान करती है वैसे ही डिजिटल-डॉक्यूमेंट्स को भी मान्यता प्रदान करती है। सरकार का इस ऐप को बनवाने के पीछे एक और मकसद था वह था कागजों की बर्बादी को कम करना। यह एप एंड्रॉयड और आईओएस दोनों के लिए फ्री में उपलब्ध है। यही नहीं डिजीलॉकर digiocker.gov.in वेबसाइट के जरिये भी काम करता है।
डिजीलॉकर ने यूआईडीएआई (भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण) के साथ भागीदारी की है जिससे आम नागरिक को सुविधा हो। इसके जरिए एक बार रजिस्ट्रेशन के बाद नागरिकों को कहीं भी अपने कीमती कागजातों को एक्सेस करने की सुविधा मिलती है। इसके साथ ही डिजीलॉकर ने सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय से भी भागीदारी की है। इस भागीदारी से नागरिकों को अपना ड्राइविंग लाइसेंस और आरसी इस प्लेटफॉर्म पर डिजिटल स्वरूप में हमेशा उपलब्ध मिलेगी। इसका मतलब यह है कि नागरिकों को अब अपनी कार बाईक या किसी भी वाहन के डीएल और आरसी के कागजातों को ऑरिजनल कॉपी हमेशा अपने साथ रखने की जरूरत नहीं।
ऐसे अपलोड करें डॉक्यूमेंट:-
संबंधित स्टोर से ऐप डाउनलोड करें। साइन-अप करने के बाद लोकल ड्राइव से फाइल को अपलोड करने के लिए ‘Open’ के ऑप्शन पर क्लिक करें। इसके बाद ‘सिलेक्ट डॉक टाइप’ पर क्लिक करना होगा। यहां सभी डॉक्यूमेंट एक साथ दिखाई देंगे। यह स्टेप अपलोड की गई फाइल के लिए उसका प्रकार असाइन करने के लिए है। इसके बाद डॉक्यूमेंट के प्रकार को चुनकर आपको ‘Save’ पर क्लिक करना होगा।