Budget 2022 : कोरोना महामारी के बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतमारण 1 फरवरी 2022 को देश का आम बजट पेश करेगी। महंगाई और आर्थिक मोर्चे पर कठिनाई का सामना करने वाली देश की अर्थव्यावस्था को निर्मला सीतारमण के आम बजट से काफी उम्मीदें हैं। क्या आप जानते हैं कि, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ देश के आम बजट को तैयार करने में कौन-कौन लोग शामिल है। जिनकी अपनी अलग-अलग भूमिका और लक्ष्य हैं। आइए जानते है वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की टीम में शामिल लोगों के बारे में और उनके जिम्मे क्या टास्क है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण – वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी 2022 को चौथी बार आम बजट पेश करेगी। ये बजट देश के साथ वित्त मंत्री के लिए भी खास होने वाला है। क्योंकि इस समय कोरोना महामारी की वजह से सुस्त पड़ी अर्थव्यवस्था रिकवरी के मोड़ में है। ऐसे में लोगों को उम्मीद है कि, वित्त मंत्री अर्थव्यवस्था के लिए पिछली बार की तरह गरीब कल्याण और आत्मनिर्भर भारत की तरह बूस्टर डोज का ऐलान कर सकती है। वहीं सीतारमण ने बीते दिनों वादा किया था कि, आगामी बजट जैसा बजट अभी तक नहीं आया।
तरुण बजाज – तरुण बजाज वित्त मंत्रालय में आर्थिक मामलो के विभाग के सचिव है। इससे पहले तरुण पीएमओ ऑफिस में तैनात थे। वह 1988 बैच के आईएएस अधिकारी है। जिन्होंने कोरोना महामारी के बाद के पहले आम बजट में कई राहत पैकेज पर काम किया था। तरुण बाजाज ने आत्मनिर्भर भारत पैकेज की तीसरी किस्त की रूपरेखा बनाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
अजय सेठ – अजय सेठ इकोनॉमिक अफेयर्स के सेक्रेटरी है। इस बजट में सभी की निगाह उनके ऊपर होगी। क्योंकि उनके अंडर में डीईए कैपिटल मार्केट, इनवेस्टमेंट और इन्फ्रास्ट्रक्चर से जुड़ी नीतियों के लिए नोडल डिपार्टमेंट है। अजय सेठ कर्नाटक कैडर के 1987 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। सेठ के पास जीडीपी ग्रोंथ को बरकरार रखने और अर्थव्यवस्था में प्राइवेट कैपिटल एक्सपेंडिचर को रिवाइव करने का मुश्किल काम है।
देबाशीष पांडा – देबाशीष पांडा वित्त मंत्रालय के वित्तीय सेवा विभाग के सचिव हैं। बजट में वित्तिय सेक्टर से जुड़े सभी काम उनकी जिम्मेदारी में आते हैं। देबाशीष 1987 बैच के आईएएस अधिकारी है। देबाशीष के पास आपातकालीन क्रेडिट लाइन गारंटी योजना के तहत विभिन्न सेक्टर में क्रेडिट और लिक्विटी को बरकार रखने की जिम्मेदारी है।
तुहिन कांत पांडे – तुहिन कांत पांडे के विभाग पर सभी की नजरें होंगी। तुहिन कांत निवेश व सार्वजनिक परिसंपत्ति प्रबंधन विभाग के सचिव हैं। पांडे 1987 बैच के ओडिशा कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। उन्हें अक्टूबर 2019 में डीआईपीएएम का सचिव नियुक्त किया गया था। पांडे पर 6 सरकारी कंपनियों की प्राइवेटाइजेशन की जिम्मेदारी भी है जिसमें भारत पेट्रोलियम और शिपिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया भी शामिल है।
टीवी सोमनाथन – वित्त मंत्रालय के पांच सेक्रेटरीज में से सबसे सीनियर को फाइनेंस सेक्रेटरी बनाया जाता है। वर्तमान में एक्सपेंडिचर सेक्रेटरी टीवी सोमनाथन के पास यह जिम्मेदारी है। वह विश्व बैंक में काम कर चुके हैं और बतौर संयुक्त सचिव प्रधानमंत्री कार्यालय में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। सोमनाथन 1987 बैच के तमिलनाडु कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। सोमनाथन पर खर्च को नियंत्रित करने की चुनौती और कोरोना वैक्सीनेशन के लिए फंड देने की जिम्मेदारी होगी।