देश में पेट्रोल-डीजल और अन्‍य ईंधनों की कीमतों में बढ़ोतरी होने के बाद लोगों के लिए इलेक्ट्रिक वाहन एक बेहतर विकल्‍प के रूप में उभरा है। लेकिन पिछले कुछ महीनों से इलेक्ट्रिक टू-व्‍हीलर में ब्‍लास्‍ट और आग लगने की घटनाएं देखी गई हैं। जो कहीं न कहीं इलेक्ट्रिक टू-व्‍हीलर खरीदने की इच्‍छा रखने वाले लोगों को प्रभावित कर रहा है। जिस कारण ओला समेत कई ईवी कंपनियों की चिंता बनी हुई है।

आग लगने की घटनाओं में ओला इलेक्ट्रिक का ई-स्‍कूटर एस वन प्रो भी शामिल रहा है, जो हाल ही के दिनों में सामने आई थी। अब ओला इलेक्ट्रिक ई- स्‍कूटर्स में आग लगने की घटना के मद्देनजर अपने 1,441 यूनिट्स को बाजार से वापस बुला रही है। ओला इलेक्ट्रिक की ओर से दिए गए बयान में इसकी जानकारी दी गई है और कहा गया है कि जांच के बाद फिर से जारी की जाएगी।

क्‍यों बुलाए जा रहें ई-स्‍कूटर्स?

कंपनी ने बताया कि पुणे में 26 मार्च को हुई आग की घटना की जांच जारी है और प्रारंभिक मूल्यांकन में पाया गया कि यह एक अलग घटना थी। जिसे लेकर 1,441 ई-स्‍कूटर के वापस आने के बाद इसकी स्‍वास्‍थ्‍य जांच और सामाधान निकाला जाएगा। इसके बाद बैट्रियों के क्वालिटी टेस्‍ट की जाएगी और फिर से जारी कर दिया जाएगा। ओला इलेक्ट्रिक ने आगे कहा कि इन स्कूटरों का इंजीनियरों द्वारा निरीक्षण किया जाएगा और सभी बैट्री सिस्टम, थर्मल सिस्टम के साथ-साथ सुरक्षा प्रणालियों को परखा जाएगा।

मानक के आधार पर ओला ई-स्‍कूटर्स

कंपनी ने कहा कि उसके बैटरी सिस्टम पहले से ही अनुपालन करते हैं और यूरोपीय मानक ईसीई 136 के अनुसार होने के अलावा मानक एआईएस 156 के लिए परीक्षण किया गया है।

इन कंपनियों ने भी बुलाए थे अपने ईवी

गौरतलब है कि आग की घटनाओं के बाद सरकार ने एक जांच पैनल बनाया था और कंपनियों की लापरवाही बरतने पर दंड की चेतावनी दी थी। जिसके बाद से ओकिनावा ने पिछले दिनों इलेक्ट्रिक स्‍कूटर्स के 3000 यूनिट तो प्‍योरईवी ने 2000 यूनिट्स को बाजार से वापस बुलाए थे।