रिजर्व बैंक की ओर से ब्याज दर में बढ़ोतरी करने के बाद बैंकों ने लोन की ब्याज दर में भी इजाफा किया है। ऐसे में लोन पर घर खरीदना लोगों के लिए महंगा हो चुका है। अगर आप भी मेट्रो या फिर अन्य शहरों में अपने सपनों का घर खरीदने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो आपको कुछ गलतियां करने से बचना चाहिए। यहां छह ऐसे गलतियों के बारे में जानकारी दी गई है, जो घर खरीदने के दौरान नहीं करनी चाहिए।
कुल अमाउंट कैलकुलेट करें
अगर आप एडिशनल चार्ज के बारे नहीं जानते हैं तो अपने सपनों का घर खरीदना आपके उम्मीद से अधिक महंगा हो सकता है। एक घर खरीदने पर अलग से जीएसटी चार्ज, रजिस्ट्रेशन चार्ज, स्टैप ड्यूटी, ब्रोकरेज, फर्निशिंंग और अन्य चार्ज वसूला जा सकता है। ऐसे में जब आप प्रॉपर्टी में पैसा लगाने जा रहे हैं तो पहले कुल अमाउंट को कैलकुलेशन कर लें।
घर खरीदने में जल्दबाजी पड़ेगा भारी
एक्सपर्ट सलाह देते हैं कि अगर आप अपने सपनों का घर खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो आपको शून्य से पहले कम से कम 10 संपत्तियों की जांच और तुलना करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मुफ्त और लालच वाले ऑफर के झांसे में न आएं, क्योंकि आप फ्रॉड के शिकार हो सकते हैं।
सुविधाओं की जांच करें
लोगों को यह सलाह दी जाती है कि अगर आप घर खरीदने जाते हैं तो आपको केवल घर के चार दीवारों के बारे में ही नहीं जानना चाहिए, बल्कि कुछ अन्य सुविधाओं- कंफर्म, रिलाक्शेसन, जरूरत की चीजें, पर्याप्त कमरों में जगह और अन्य जीचों की जांच करनी चाहिए। साथ ही इसकी भी जानकारी करनी चाहिए कि आपके पास पार्किंग के लिए पर्याप्त जगह है या नहीं।
होमवर्क और रिसर्च जरूर करें
अगर आप घर खरीदने जा रहे हैं तो पर्सनल रिसर्च करना बेहद जरूरी है। साथ ही आपको होमवर्क भी कर लेना चाहिए। यह काम आप कीमत और स्थान से शुरू कर सकते हैं। फिर आपको यह जानने की आवश्यकता है कि कितनी जगह चाहिए। आपको इस बात की भी जानकारी करनी चाहिए कि विक्रेता या बिल्डर कौन है और उसका ट्रैक रिकॉर्ड कैसा रहा है।
क्रेडिट स्कोर के बारे में जानें
अगर आप संपत्ति खरीदने के लिए लोन लेने के लिए अप्लाई करते हैं, तो कर्जदाता आपके क्रेडिट हिस्ट्री की जांच करेगा। आपके क्रेडिट इतिहास में कोई भी समस्या आपके लोन आवेदन को अस्वीकार कर सकती है। इसलिए लोन के लिए आवेदन करने से पहले अपने क्रेडिट स्कोर की ऑनलाइन जांच करना महत्वपूर्ण है।
होम लोन लेते समय इन बातों का रखें ध्यान
गौर करने वाली बात है कि हाई प्राइज वाले लोन का 75 प्रतिशत या कम प्राइज वाले लोन का 90 प्रतिशत तक निधि देगा। बाकी आपको देने की आवश्यकता है। इसलिए, ज्यादातर मामलों में, आपको बजट का कम से कम 20-25 प्रतिशत हाथ में नकदी के रूप में तैयारी करने की आवश्यकता होगी।