सोना आज भी त्यौहारों के दौरान लोगों के बीच निवेश के लिहाज से बढ़िया विकल्प रहा है। पर इसे खरीदने से पहले कुछ जरूरी बातें हैं, जिन्हें जानना और समझना एक जागरुक ग्राहक के नाते हर किसी को मालूम होनी चाहिए। ऐसे में अगर इस धनतेरस या दिवाली पर आप भी गोल्ड खरीदने के बारे में सोच रहे हैं, तब आपको ये अहम बातें जाननी चाहिए:

सोने की शुद्धताः प्योरिटी के हिसाब से सबसे दमदार 24 कैरेट गोल्ड होता है। इसमें 99.9 फीसदी सोना रहता है। 22 कैरेट में 91.6 फीसदी, 18 कैरेट में 75 फीसदी और 14 कैरेट में 58.5 फीसदी गोल्ड होता है।

किस चीज के लिए कौन सा बेहतर?: 24 कैरेट सोने को सिक्के और बार (बिस्कुट) बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। यह इसके अलावा कुछ इलेक्ट्रॉनिक्स और मेडिकल डिवाइस में भी यूज किया जाता है। वहीं, 22 कैरेट गोल्ड आमतौर पर आभूषण बनाने में लगता है। 18 कैरेट गोल्ड को स्टोन स्टडेड (पत्थर/रत्न से जड़ी जूलरी) या अन्य डायमंड जुड़े गहनों के लिए इस्तेमाल में लाया जाता है। यह 24 और 22 कैरेट से सस्ता पड़ता है।

रोज में पहनने के लिए यह गोल्ड कैरेट है बढ़ियाः रोजमर्रा में पहनने के लिए थोड़ी ड्यूरेबल जूलरी होनी चाहिए। इस लिहाज से 22 कैरेट गोल्ड सही रहता है, क्योंकि इसमें 91.6 फीसदी सोना होता है, जबकि सिल्वर, कॉपर और जिंक भी रहता है। इन मेटल अलॉयज की वजह से जूलरी में मजबूती आ जाती है।

हॉलमार्क जूलरी ही लेंः गोल्ड आपके लिए एक असेट (संपत्ति/कीमती चीज) है, इसलिए जब भी इसे लें तो हॉलमार्क वाला लें। दरअसल, जिन गहनों में हॉलमार्किंग होती है, उनमें शुद्धता को लेकर चिंता नहीं करनी पड़ती। मान लीजिए कि आपने 18 कैरेट गोल्ड का कुछ सामान लिया और वह हॉलमार्किंग वाला है, तब आप को सोने की शुद्धता को लेकर परेशान (चुकाए पैसों के हिसाब से) नहीं होना पड़ेगा।

तौल से वजन क्रॉस चेक करा लेंः चूंकि, सोना काफी महंगा होता है और आप उसे खरीदने के लिए अपनी गाढ़ी कमाई लगाते हैं, इसलिए यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि आपने जितने सोने के लिए पैसे चुकाए हैं, उतना आपको असल में मिले भी। यह काम इस तरह से किया जा सकता है- आप ने जिस दुकान से सोने का सामान या आभूषण लिए हैं, वहां तो उनका वजन चेक कराएं और बिल से उसे क्रॉस चेक करें। कोशिश करें कि उन आभूषणों का कहीं और भी वजन चेक करा लें।

मेकिंग चार्ज और बिलः इन दिनों बड़े ब्रांड्स से लेकर छोटे और मंझले दुकानदार और रीटेल चेन्स सोने के गहनों पर मेकिंग चार्जेज लेने लगे हैं। ये रकम मेटल्स के हिसाब से 10 से 35 फीसदी तक हो सकती है। ऐसे में अगर आप इन पर छूट पा जाते हैं, तब आप काफी फायदे में रह सकते हैं। प्रयास करें कि आप त्यौहार के दौरान खरीदारी करें क्योंकि उस दौरान ये आउटलेट्स और दुकानदार मेकिंग चार्जेज पर छूट के साथ अन्य ऑफर्स भी देते हैं। साथ ही आपकी जूलरी का बिल भी बहुत जरूरी होता है। उस जूलरी से जुड़े किसी विवाद की स्थिति में यह आपको आर्थिक नुकसान से बचा सकता है।