उत्तर प्रदेश विधानसभा में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) गाय, गोबर और भैंस की बात करते हुए समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव(Akhilesh Yadav) पर कटाक्ष करने लगे। उन्होंने सपा प्रमुख द्वारा दिए गए भाषण पर कहा कि इसमें भैंस के दूध का असर ज्यादा दिखा। यूपी नेता द्वारा कही गई बात पर नेता प्रतिपक्ष हाथ जोड़ते नजर आए।
योगी ने यूं किया पलटवार : यूपी सीएम ने मंगलवार को विधानसभा में अखिलेश पर जोरदार हमला करते हुए कहा कि नेता प्रतिपक्ष को गोबर से बदबू आती है, कैसी विडंबना है। गाय के गोबर को लक्ष्मी का स्वरूप माना होता तो ऐसा ना कहते। आगे चुटकी लेते हुए कहा कि हो सकता है कि वह पूजा नहीं करते हों, चाचा शिवपाल जी से कुछ सीखा।
अखिलेश ने हंसते हुए दिया जवाब : योगी आदित्यनाथ की पूजा वाली बात पर अखिलेश यादव ने हंसते हुए कहा कि घरों में गोवर्धन की पूजा होती है, इस पर योगी ने कहा कि इसका मतलब चाचा का असर आया है। योगी की इस बात पर सपा प्रमुख हाथ जोड़ने लगे। अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए योगी ने कहा कि हमारे यहां तो गाय का गोबर पवित्र माना जाता है। कई बार घरों में जब पूजा होती है तो वहां भगवान की मूर्ति नहीं होती, गोबर की पूजा की जाती है। गाय के गोबर को लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है।
भाषण में दिखा भैंस के दूध का असर : यूपी सीएम अखिलेश के भाषण पर हमला करते हुए कहा कि अपनी गौ माता की सेवा की होती तो गोबर का महत्व समझ पाते, नेता प्रतिपक्ष के भाषण में भैंस के दूध का ज्यादा असर दिखा। इसके साथ यूपी सीएम द्वारा कहा गया, ‘ भैंस के दूध में वसा होती है, जिसकी लाठी उसकी भैंस।’ कन्नौज में इत्र फैक्ट्री की मांग पर योगी ने अखिलेश पर तंज कसते हुए कहा कि आपके इत्र वाले मित्र बहुत गुल खिला रहे थे, लेकिन हमने कन्नौज के लिए इत्र उद्योग को एक जिला एक उत्पाद योजना से जोड़ा है।
अखिलेश ने दिया था यह बयान : सपा प्रमुख ने 1 दिन पहले सदन में कन्नौज के इत्र उद्योग के विकास की मांग उठाते हुए कहा था कि हमें गोबर प्लांट नहीं चाहिए, वो आप गोरखपुर ले जाइए। हमें तो कन्नौज का इत्र उद्योग का विकास चाहिए, परफ्यूमरी पार्क चाहिए। जानकारी के लिए बता दें कि सदन की कार्यवाही के दौरान यूपी सीएम और अखिलेश यादव एक दूसरे पर कटाक्ष करते नजर आ रहे हैं।