उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियां एक-दूसरे पर जमकर आरोप-प्रत्यारोप लगा रही हैं। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव को घेरते हुए कहा, उनकी सरकार में आतंकवादियों की आरती उतारी जाती थी।
सीएम योगी ने भाजपा के पिछड़ा मोर्चा द्वारा आयोजित सामाजिक प्रतिनिधि सम्मेलन में चौहान समाज को संबोधित करते हुए कहा, ‘हमारी सरकार बनी तो सबसे पहला काम किसानों की कर्जमाफी का हुआ लेकिन 2012 में सपा की सरकार का सबसे पहला निर्णय आतंकवादियों से मुकदमा वापस लेने का था।’ उन्होंने विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधते हुए कहा जब सपा, बसपा और कांग्रेस की सरकार होती है तो वह सिर्फ अपने परिवार को ही वक्त देते हैं।
राम मंदिर को लेकर सीएम योगी ने कहा, क्या 1990 में भाजपा की सरकार होती तो रामभक्तों पर गोलियां चलाई गईं होतीं? जिन लोगों ने राम भक्तों पर गोली चलवाई क्या उन्हें आप माफ कर देंगे? सपा सरकार में मध्यकाल की यादें ताजा हो गई थी जब मंदिरों और मठों पर हमले होते थे।
उन्होंने कहा कि मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव के आजमगढ़ से सांसद रहते हुए भी कोई विकास कार्य नहीं हुआ। उन्होंने कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि आतंकवाद की जड़ 1952 में कांग्रेस ने धारा 370 के रूप में जम्मू कश्मीर में रोपी थी, जो हमारी सरकार ने खत्म कर दिया।
सीएम योगी आदित्यनाथ के इस बयान पर लोगों ने भी प्रतिक्रिया दी है। किशन सिंह लिखते हैं कि योगीराज में अपराधियों पर पुलिस कार्रवाई नहीं करती है। इनकी पार्टी भ्रष्टाचारियों को संरक्षण देती है। राहुल ने लिखा, चुनाव आ गए हैं तो बेरोजगारी, महंगाई और नौकरी मुद्दे नहीं होंगे। यही सब मुद्दे बनाए जाएंगे।