हैदराबाद में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की अदालत ने मक्का मस्जिद बम विस्फोट मामले में पांचों आरोपियों को बरी कर दिया। 2007 में जुमे की नमाज के दौरान विस्फोट हुआ था, जिसमें नौ लोगों की मौत हो गई थी और 50 अन्य घायल हो गए थे। एनआईए द्वारा आरोपी बनाए गए हिंदू दक्षिणपंथी समूह अभिनव भारत के सभी सदस्य नबकुमार सरकार उर्फ स्वामी असीमानंद, देवेंद्र गुप्ता, लोकेश शर्मा, भरत मोहनलाल रातेश्वर उर्फ भरत भाई और राजेंद्र चौधरी को अदालत ने बरी कर दिया।

इस केस से ‘भगवा आतंकवाद’ शब्‍द की उत्‍पत्ति हुई। फैसला आने के बाद भाजपा की ओर से आरोप लगाया कि कांग्रेस ने ‘भगवा आतंक’ शब्द गढ़कर हिंदू धर्म को बदनाम किया है। भाजपा ने राहुल गांधी सोनिया गांधी से माफी की मांग की। वहीं, कांग्रेस ने कहा कि न तो पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी और न ही किसी पदाधिकारी ने कभी भी ‘भगवा आतंकवाद’ शब्द का प्रयोग किया है और इस संबंध में विरोधियों द्वारा लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद हैं।

फैसला सुनाए जाने के बाद आज तक चैनल पर इसी मुद्दे पर बहस आयोजित की गई। इसमें कांग्रेस की ओर से पवन खेड़ा और संघ के जानकार अवनीजेश अवस्‍थी के बीच तीखी बहस हो गई। दरअसल खेड़ा ने कार्यक्रम में कहा कि ”आरएसएस कोई ठेकेदार हैं हिन्‍दुओं की? किसने बनाया इन्‍हें ठेकेदार?” इसी बीच टोकते हुए अवनीजेश ने खेड़ा पर झूठ बोलने का आरोप लगाया तो एंकर रोहित सरदाना को बीच में उतरना पड़ा।

तब तक पवन खेड़ा नाराज हो चुके थे। वे कहने लगे, ‘ये व्‍यक्ति बेशर्मी से झूठ बोल रहा है। इस तरह से बदतमीजी तो न करें। वह एक बेशर्म झूठे हैं।’ इतने पर रोहित सरदाना भड़क गए और उन्‍होंने कहा, ”पवन खेड़ा जी, आपके सामने मैं चुप करा रहा हूं। आपके सामने मैं रोक रहा हूं उसके बाद आप वही बातें कर रहे हैं जिसके लिए आप उनको टोक रहे हैं। आप सच बोल रहे हैं?”

दोनों पैनलिस्‍ट्स के बीच में फिर तूतू-मैंमैं शुरू हुई तो रोहित आपे से बाहर हो गए। उन्‍होंने कह दिया, ”बातों को डायवर्ट मत कीजिए। मैं आप दोनों को नमस्‍ते कर दूंगा। आप दोनों के बिना भी ये बहस हो सकती है। अगर आपको भाषा की मर्यादा नहीं है तो मैं माफी चाहता हूं। ये आप लोगों की बेहूदगी और बेशर्मी दिखाता है।”

बहस का वीडियो (उपर्युक्‍त बहस के लिए 24वें मिनट से देखें)