मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमालनाथ का एक वीडियो वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में कमलनाथ पुलिस और प्रशासन के अधिकारीयों को धमकी दे रहे हैं। कमलनाथ ने कहा कि विधानसभा चुनाव में सिर्फ 16-17 महीने बचे हैं। पुलिस और प्रशासन का पूरा हिसाब लिया जाएगा।

भोपाल में आयोजित कांग्रेस पिछड़ा वर्ग विभाग के कार्यकर्ता पदाधिकारी संवाद में कमलनाथ ने पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों को धमकाते हुए कहा कि ‘प्रशासन और पुलिस का दुरूपयोग हो रहा है। सबका हिसाब किया जाएगा। बीजेपी का बिल्ला रखकर ये लोग काम कर रहे हैं।’ कार्यकर्ताओं से कमलनाथ ने कहा कि ‘आप लोग परेशान मत होइए, सबकी आवाज सुनी जाएगी। अभी इनको कर कर लेने दो जो कर रहे हैं।’

सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। चेतन जैन नाम के यूजर ने लिखा कि ‘इन्हें नेता कौन कहता है, भाषण तो गुंडई वाले दे रहे हैं।’ एक यूजर ने लिखा कि ‘ऐसा ही बयान तो समाजवादियों ने भी उत्तर प्रदेश में चुनाव के दौरान दिये थे पर जब नतीजे आये तो उनकी सिट्टी-पिट्टी गुम हो गई। देखेंगे मध्य प्रदेश में क्या होता है।’

विरेन जी नाम के यूजर ने लिखा कि ‘पब्लिक ने तो कांग्रेस को मौका दिया था लेकिन सीएम-सीएम की लड़ाई में एमपी से कांग्रेस को हाथ धोना पड़ा। कमलनाथ के अलावा भी कोई कांग्रेस का नेता है एमपी में?’ दिग्विजय सिंह राणा नाम के यूजर ने लिखा कि ‘यही बात अखिलेश यादव के एक बिगड़े हुए उम्मीदवार ने कही थी, जनता ने पार्टी की क्या हालत कर दी है सबके सामने है! ज्यादा उछल कूद करने से नुकसान ही होगा!’

चंद्रमोहन नाम के यूजर ने लिखा कि ‘पहले सत्ता में आएं, चुनाव में 2/३ सीट जीतें और बिकाऊ लोगों को टिकट न दें।’ राम नाम के यूजर ने लिखा कि ‘चेतावनी तक ठीक है। सरकार भी बना लोगे लेकिन विधायक थोक के भाव में बिक जाते है उसका क्या करोगे?’

परवेज आलम नाम के यूजर ने लिखा कि ’15 सालों बाद किसी तरह से जनता ने सत्ता दी थी, उसे भी आपसी लड़ाई में खो बैठे। वही वक्त था जब आप कुछ करते सर, अब भूल जाइए। अब कुछ नहीं होने वाला। आप जैसों के साथ ऐसा ही होता है।’ तनवीर नाम के यूजर ने लिखा कि ‘कांग्रेस के हार के मुख्य बिन्दू, बड़बोले विचार पहले सत्ता में आओ, उसके बाद देखना क्या करना है क्या नहीं। महंगाई रोजगर स्वास्थ्य शिक्षा पर बोलो।’