चुनावी माहौल के बीच एक टेलीविजन डिबेट पर हिंदू आतंकवाद के मुद्दे पर गर्मा-गर्म बहस हो गई। मौलाना ने भगवा आतंकवाद शब्द इस्तेमाल किया, तो न्यूज एंकर ने उनकी बोलती बंद कर दी। पूछा कि आतंकवाद का कोई रंग होता है क्या? अगर श्रीलंका में इस्लाम के झंडे लेकर अगर हमला हो जाए, तब क्या पूरा इस्लाम धर्म बदनाम हो जाएगा? मौलाना इस पर लेकिन-लेकिन…करने लगे।
यह मामला हिंदी चैनल आजतक के शो दंगल से जुड़ा है। हुआ यूं कि एंकर रोहित सरदाना डिबेट को होस्ट कर रहे थे, जबकि मेहमानों के पैनल में उनके साथ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के प्रवक्ता गौरव भाटिया, कांग्रेसी नेता गौरव वल्लभ, इस्लामिक स्कॉलर असद खान और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) विचारक अवनिजेश अवस्थी मौजूद रहे।
चर्चा की शुरुआत मध्य प्रदेश के भोपाल से आम चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार और 2008 मालेगांव ब्लास्ट केस की आरोपी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के जिक्र से हुई। बहस धीमे-धीमे हिंदू आतंकवाद से होते हुए भगवा आतंकवाद के मसले पर आ पहुंची, जिस पर बीजेपी नेता और आरएसएस चिंतक नाराज होने लगे।
पूछने लगे कि क्या आतंकवाद का कोई धर्म और रंग होता है। इसी बीच, मौलाना की बारी आई। असद खान तभी भगवा आतंकवाद शब्द का इस्तेमाल कर बैठे, जिस पर आरएसएस चिंतक सवाल करने लगे। बीच में उन्हें टोकते हुए एंकर ने पूछा, “आप मानते हैं कि आतंकवाद का रंग होता है?”
मौलाना का जवाब आया, “भगवा चोला पहनकर कुछ लोग उस रंग का दुरोपयोग करते हैं। ऐसे में भगवा बदनाम होता है।” एंकर ने इसी पर टोका और बोले कि अगर श्रीलंका में इस्लामिक के झंडे लेकर लोग हमला करते हैं, तब क्या पूरा इस्लाम बदनाम हो जाएगा? VIDEO में आगे देखिए कि मौलाना का क्या रिएक्शन रहा:

