भाजपा सांसद वरुण गांधी जनता के मुद्दों को लेकर अपने ही सरकार पर अक्सर ही हमला बोलते नजर आते हैं। बेरोजगारी और महंगाई के मुद्दे पर नरेंद्र मोदी सरकार को जमकर कोसते रहते हैं। इसी क्रम में उन्होंने बेरोजगारी को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने सवाल किया कि युवा कब तक इंतजार करते रहेंगे। उनके द्वारा किए गए ट्वीट पर सोशल मीडिया यूजर्स ने कई तरह के जवाब दिए हैं।

वरुण गांधी ने किया ऐसा ट्वीट

नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए वरुण गांधी ने लिखा कि युवाओं में रोजगार दर 20.9% से घटकर 10.4% रह गई है, या पिछले 5 वर्षों में सबसे न्यूनतम स्तर पर है। हाल में ही प्रधानमंत्री जी ने सभी विभागों से रिक्त पड़े 10 लाख पदों को भरने का आग्रह किया, पर अब तक कोई भी विभाग ठोस योजना नहीं बना सका। संघर्षशील युवा कब तक इंतजार करेगा?

लोगों की प्रतिक्रियाएं

गुफरान अहमद नाम के ट्विटर यूजर लिखते हैं – जनहित में सोचने वाले आप जैसे नेता की जरूरत भाजपा को नहीं है, आप अपने पिताजी की पार्टी को मजबूत कीजिए। जिसको उन्होंने अपने खून से सीखा है और खून से वफ़ा कीजिए। प्रशांत भूषण नाम के एक यूजर ने कमेंट किया, ‘ युवाओं को कोई सुनने वाला नहीं है, हम लोग ऐसे ही रोते रहेंगे तो इन लोगों को तो सिर्फ सत्ता ही चाहिए।’ रविंद्र नाम के एक टि्वटर हैंडल से लिखा गया कि इसके लिए प्रधानमंत्री जी को क्यों ब्लेम कर रहे हैं, जब उनके मंत्री काम नहीं कर रहे हैं तो उनकी क्या गलती है।

सिद्धार्थ नाम के एक यूजर ने लिखा, ‘ इन सब आंकड़ों से सरकार का कोई लेना-देना नहीं है, उन्हें पता है कि कोई बेरोजगारी को लेकर सवाल करेगा तो बोल देंगे कि तुम राष्ट्र के साथ नहीं हो क्योंकि तुम रोजगार और महंगाई की बात करते हो। वैसे आने वाले समय में यह समस्या और जटिल होती जाएगी। दीपक कुमार लिखते हैं, ‘आपका सवाल तो ठीक है लेकिन आप ही तो सरकार में हो, कुछ करते क्यों नहीं हो?’ मोहित सिंह नाम के एक यूजर तंज कसते हुए लिखा – मोदी जी को पता है कि बिना रोजगार दिए ही चुनाव जीत जाएंगे।

पीएम ने किया था ऐसा वादा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जून में कहा था कि डेड सालों में 10 लाख नौकरियां दी जाएंगी। नौकरियां केंद्र सरकार के अलग-अलग विभागों में दी जाएंगी। पीएमओ के सोशल मीडिया हैंडल से 14 जून को ट्वीट कर लिखा गया था कि प्रधानमंत्री ने सभी विभाग को और मंत्रालयों में रिक्त पड़े पदों की समीक्षा करने के बाद अगले डेढ़ साल में 10 लाख लोगों की भर्ती करने के निर्देश दिए हैं। कांग्रेस ने पीएम मोदी के इस वादे को जुमलेबाजी बताया था।