केंद्रीय राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल भारतीय जनता पार्टी के गठबंधन एनडीए में शामिल हैं वहीं उनकी मां कृष्णा पटेल ने आने वाले यूपी विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन किया है। यूपी तक चैनल के एक इंटरव्यू के दौरान अनुप्रिया पटेल से पूछा गया था कि आप अपनी मां को प्यार करती है तो उन्हें साथ लेने की कोशिश क्यों नहीं कर रही हैं? इस सवाल पर अनुप्रिया ने कुछ ऐसा जवाब दिया था।
अनुप्रिया ने कहा था – मां का स्थान जीवन में सबसे ऊंचा होता है, मां और बेटी का रिश्ता ऐसा होता है कि उसमें कोई कमी नहीं आ सकती है। मां के प्रति आदर और प्रेम न कभी कम हुआ था और न ही कभी कम होगा। मैं अक्सर उनसे मुलाकात भी करने जाती हूं और उनका आशीर्वाद लेती हूं। इसके साथ अनुप्रिया ने बताया था कि मैं इसका भी प्रयास कर रही हूं कि वह राजनैतिक रूप से भी हमारे साथ आएं।
क्या यूपी विधानसभा चुनाव से पहले मां बेटी को एक साथ रैली करते हुए हम देख पाएंगे? इसके जवाब में अनुप्रिया ने कहा था, ‘ मैं यही कोशिश कर रही हूं… मेरी सोच हमेशा सकारात्मक रही है इसलिए मुझे लगता है कि शायद वह हमारे प्रस्ताव को मानने लें। मेरे हाथ में जो है वही मैं कर सकती हूं। 2016 में चुनाव से पहले आप को मंत्री बनाया गया था और फिर 2021 में चुनाव से पहले आप को मंत्री बनाया गया है। बीजेपी की अवसरवादी ता को देखकर आपको गुस्सा नहीं आता है?
इसके जवाब में अनुप्रिया ने कहा था कि हम मंत्री पद के बारे में कभी सोचते ही नहीं हैं, हम तो केवल अपनी सामाजिक न्याय की लड़ाई की धार को तेज करने के लिए लगे हुए हैं। हमारी पार्टी का गठन ही उन लोगों के लिए किया गया है जो वंचित और शोषित हैं। उसकी भागीदारी और प्रतिनिधित्व को लेकर हम हमेशा सवाल उठाते रहते हैं। उन्होंने कहा था कि हम अपने लक्ष्य पर केंद्रित है इसलिए हमारा ध्यान किसी और चीज पर नहीं जाता है।
गौरतलब है कि 2014 के लोकसभा चुनाव में अपना दल ने बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था। जिसके बाद उन्हें नरेंद्र मोदी सरकार में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री का प्रभार सौंपा गया। बता दें कि अपने पिता सोनेलाल पटेल की मौत के बाद अनुप्रिया राजनीति में सक्रिय हुईं थी। उनकी राजनीति में आने के बाद परिवार में कई प्रकार की कलह शुरू हो गई थी। इसके बाद उन्होंने अपनी अलग पार्टी बना ली थी।