उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में चौथे चरण के मतदान (23 फरवरी) से पहले राज्‍य में आवारा पशुओं या सांड़ों की समस्‍या बड़ा मुद्दा बन गया है। योगी सरकार का दावा है कि आवारा पशुओं के लिए बाकायदा शेड, चारा-पानी और उनको गो-संरक्षण केंद्र में रखने जैसी व्यवस्था है। हालांकि राज्य के तमाम जिलों से अक्सर ऐसे वीडियो-फोटोज सामने आती हैं जिनमें इन दावों से इतर तस्वीर देखने को मिलती है। आवारा पशुओं के मसले पर सत्तारूढ़ बीजेपी के तमाम प्रत्याशियों को जगह-जगह लोगों का विरोध भी झेलना पड़ रहा है। 

किसान, छुट्टा पशुओं से अपनी फसल बचाने के लिए तमाम तरह के जतन कर रहे हैं। कहीं कंटीले तार तो कहीं झटका मशीन से फसल को बचाने का प्रयास किया जा रहा है। ऐसे ही कुछ किसानों से जब एनडीटीवी से जुड़े एक रिपोर्टर ने बातचीत की तो किसान ने बताया कि एक एकड़ की फसल की घेराबंदी के लिए करीब 26000 रुपये खर्च करने पड़ते हैं। किसान बताता है कि झटका मशीन से आवारा पशु नहीं आते हैं। बिजली का झटका लगने पर वे दूर चले जाते हैं।

बातचीत के क्रम में रिपोर्टर कहता है मतलब यह बहुत खतरनाक तार है? इसपर किसान कहता है, ‘हां पशुओं के लिए… इंसान के लिए भी है। इंसान भी 2 घंटे के लिए बेहोश हो जाता है।’ इसी बीच रिपोर्टर पूछता है कि कितना करंट आता है इसमें? किसान जवाब देता है, ‘इतना आता है…।’ 

रिपोर्टर फिर दोहराता है, ‘कितना आता है?’ किसान कहता है कि बहुत हेवी करंट आता है। आप उंगली लगा कर देख लीजिए… मैं तो अलग खड़ा हुआ हूं। आपको खुद मालूम पड़ जाएगा… लगा कर चेक करिए ना आप। इस पर रिपोर्टर कहता है, ‘मैं थोड़ी ना लगाऊंगा। आपने कहा 2 घंटे के लिए अचेत हो जाएंगे…। इस पर किसान मुस्कुराते हुए कहता है, ‘हां…डॉक्टर को बुलाना पड़ेगा।’

घोषणापत्र में आवारा पशुओं का मसला: आपको बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अपनी रैली-सभाओं में छुट्टा जानवरों का मसला जोर-शोर से उठा रहे हैं। समाजवादी पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में आवारा पशुओं के लिए ठोस व्यवस्था और सांड से टक्कर में दुर्घटना पर मुआवजा जैसा ऐलान किया है। उधर, योगी सरकार का भी दावा है कि आवारा पशुओं से निपटने के लिए हर संभव व्यवस्था की गई है। दोबारा सरकार बनने पर छुट्टा जानवरों के लिए समग्र नीति भी बनाई जाएगी। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी एक चुनावी सभा में कहा- आप लोग छुट्टा पशुओं की ज‍िस समस्‍या से परेशान हैं, उसका समाधान 10 मार्च के बाद क‍िया जाएगा। यह मोदी कह रहा है। ल‍िख कर रख लीज‍िए। हालांक‍ि, बीजेपी के घोषणापत्र में इस बार इस मुद्दे का ज‍िक्र नहीं है। 2017 के चुनावी घोषणापत्र में बीजेपी ने इसका ज‍िक्र किया था। बता दें क‍ि इस बार उत्‍तर प्रदेश व‍िधानसभा चुनाव कुल 7 चरणों में होना है और नतीजे 10 मार्च को आएंगे।